वाराणसी
वाराणसी रोपवे प्रोजेक्ट अंतिम चरण में, प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पण प्रस्तावित

वाराणसी। देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे प्रोजेक्ट का सपना अब साकार होने के कगार पर है। वाराणसी में बन रहा यह ऐतिहासिक रोपवे सिस्टम न केवल जाम से निजात दिलाएगा, बल्कि काशीवासियों के लिए परिवहन को भी बेहद सुगम बनाएगा। संभावना जतायी जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर महीने में इसका भव्य शुभारंभ कर सकते हैं।
जनवरी 2025 में शुरू हुए ट्रायल रन को अप्रैल तक सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। अब पूरा फोकस रोपवे स्टेशनों के निर्माण और तकनीकी व्यवस्थाओं के अंतिम रूप देने पर है। परियोजना के पहले फेज का 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि शेष 20 प्रतिशत कार्य अगस्त तक पूरे किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है।
हर स्टेशन पर चल रहा तेज़ी से कार्य
काशी विद्यापीठ स्टेशन लगभग तैयार हो चुका है। कैंट स्टेशन की बाहरी दीवारों पर पत्थर लगाने का कार्य इसी महीने पूर्ण कर दिया जाएगा। रथयात्रा स्टेशन का काम मई के अंत तक पूरा करने की योजना है, जबकि गोदौलिया स्टेशन पर निर्माण कार्य चालू हो चुका है और जून के अंत तक इसे पूरा किया जाएगा।
भारत माता मंदिर स्टेशन के सामने करीब 70 मीटर लंबा प्लेटफॉर्म अंतिम चरण में है। यात्रियों की सुविधा के लिए कैंट स्टेशन पर छह एलीवेटर और चार एक्सीलेटर, विद्यापीठ पर चार-चार एलीवेटर और एक्सीलेटर तथा रथयात्रा पर चार एलीवेटर और पांच एक्सीलेटर लगाए जा रहे हैं।
अगस्त तक पूरी तैयारी, सितंबर में संभावित उद्घाटन
प्रोजेक्ट की प्रगति की निगरानी कर रहे वाराणसी मंडल के मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने बताया, “हमारा लक्ष्य है कि अगस्त तक रोपवे से संबंधित सभी निर्माण और तकनीकी कार्य पूरे कर लिए जाएं। संचालन की शुरुआत सितंबर से की जाएगी।”