वाराणसी
वाराणसी में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ईद उल फितर का पर्व

मस्जिदों और ईदगाहों के पास रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर दी ईद की मुबारकबाद
वाराणसी। जनपद में एक महीने के रोजा के बाद सोमवार को ईद उल फितर का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान सरैया स्थित ईदगाह, ज्ञानवापी, मलदहिया स्थित दरगाहें फातमान, काशी विद्यापीठ के सामने ईदगाह, नदेसर स्थित जामा मस्जिद समेत शिया और सुन्नी समुदाय के लोगों ने अपनी-अपनी मस्जिदों और ईदगाहों में ईद की नमाज अदा की और एक दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद दी। इस दौरान घरों में लोगों ने मीठी सेवइयों का आनंद उठाया और अपने इष्ट मित्रों को भी उसका स्वाद चखाया।
शासन के आदेश का पूरा अनुपालन हुआ और कहीं भी सड़क पर नमाज अदा नहीं हुई। लोगों ने ईदगाहों और मस्जिदों में नमाज अदा की। इससे पूर्व रविवार को सायंकाल ईद के चांद का दीदार होते ही बाजारों में चहल-पहल के साथ रौनक बढ़ गई थी। लोगों ने पटाखे फोड़कर खुशी का इजहार किया। नये कपड़े और जूते की जमकर खरीदारी हुई। इसके अलावा सेंवई, दूधफेनी तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की भी लोगों ने खरीदारी की।
अर्दली बाजार स्थित मदरसा खानम जान के संस्थापक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शहाबुद्दीन लोदी तथा हसन मेहंदी कब्बन ने ईद पर लोगों से गले मिलकर बधाई दी। उनके यहां मुसलमानों के साथ-साथ हिंदू तथा अन्य धर्म के लोग भी पहुंचे तथा ईद की मुबारकबाद दी। इसी क्रम में वरूणा पुल स्थित पीडब्ल्यूडी डिप्लोमा इंजीनियर संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा पेंशनर्स कल्याण समिति के संरक्षक शमसुल आरेफिन के यहां भी बधाई देने के लिए उनके सगे संबंधी और इष्ट मित्र पहुंचे थे। लोगों ने गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।
सोमवार को प्रातः अलग-अलग समय पर सभी ईदगाहों और मस्जिदों में नमाज अदा की गई। हर जगह सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था थी। पुलिस और प्रशासनिक उच्चाधिकारी लगातार भ्रमण कर स्थिति पर बराबर नजर बनाए हुए थे।