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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन, पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी बने चेयरमैन

प्रधानमंत्री ने दी सेना को खुली छूट
नई दिल्ली। पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) का पुनर्गठन किया है। इस नए बोर्ड की कमान पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को सौंपी गई है, जो अब इसके चेयरमैन होंगे।

पुनर्गठित सात सदस्यीय बोर्ड में सेना, पुलिस और विदेश सेवा के अनुभवी और सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल किए गए हैं। यह बोर्ड अब केंद्र सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा, रणनीतिक नीति, खुफिया समन्वय और विदेश नीति से जुड़े मसलों पर सलाह देगा।
बोर्ड में शामिल हुए दिग्गज नाम:
आलोक जोशी – पूर्व प्रमुख, रॉ – चेयरमैन
एयर मार्शल पी.एम. सिन्हा – पूर्व वेस्टर्न एयर कमांडर
लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. सिंह – पूर्व साउदर्न आर्मी कमांडर
रियर एडमिरल मोंटी खन्ना – पूर्व नौसेना अधिकारी
राजीव रंजन वर्मा – सेवानिवृत्त आईपीएस
मनमोहन सिंह – सेवानिवृत्त आईपीएस
बी. वेंकटेश वर्मा – पूर्व भारतीय राजदूत (रूस), सेवानिवृत्त आईएफएस
प्रधानमंत्री ने दी सेना को खुली छूट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति (CCS) की आपात बैठक ली। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख और सीडीएस जनरल अनिल चौहान भी शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि “आतंकवाद पर करारा प्रहार अब हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। सेना को जवाबी कार्रवाई के तरीके, लक्ष्य और समय तय करने की पूरी छूट है।”
इसके अलावा, राजनीतिक मामलों की समिति (CCPA), आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) और पूर्ण कैबिनेट की बैठकें कर व्यापक रणनीति पर चर्चा की गई।
गौरतलब है कि, 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। इस हमले के बाद देशभर में आक्रोश है और सरकार लगातार रणनीतिक बैठकों में जुटी है।
यह पुनर्गठन न केवल एक जवाबी कदम है, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति को और आक्रामक और संगठित बनाने की दिशा में बड़ा संकेत माना जा रहा है।