गाजीपुर
मोदी सरकार ने धारा 370 हटाकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना किया पूरा : ओमप्रकाश

गाजीपुर। भारतीय जनता पार्टी द्वारा रविवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 124वीं जयंती जिले के 34 मंडलों में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। बलिदान दिवस से चल रहे स्मृति पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित इन कार्यक्रमों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर संगोष्ठी का आयोजन किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय ने करंडा मंडल के नागा बाबा धाम पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए डॉ. मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना कर अपने जीवन को राष्ट्रसेवा में समर्पित किया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35A कांग्रेस सरकार की विभाजनकारी नीति थी, जिसे खत्म कर मोदी सरकार ने उनके सपनों को साकार किया है। कार्यक्रम में महंत कालीचरण दास, पूर्व मंडल अध्यक्ष पवन पांडेय, अमरेश गुप्ता, अमित चौरसिया, शशिकांत गिरी, उमेश दुबे, विशाल वर्मा, अवधेश दुबे समेत कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सदर पश्चिमी मंडल के बयेपुर देवकली में मंडल अध्यक्ष काशी नाथ चौहान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए जितना बलिदान भाजपा विचारधारा के लोगों ने दिया, उतना किसी और दल ने नहीं दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि राष्ट्र के वैभव को अमर रखने के लिए हर स्थान से कार्य करें। बैठक का संचालन मुरली कुशवाहा ने किया जिसमें विवेक मिश्रा, निखिल राय, बाबूलाल बिंद सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
जमानिया उत्तरी मंडल के मतसा गांव में मंडल अध्यक्ष राजीव कुमार चतुर्वेदी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी राय ने डॉ. मुखर्जी के योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के उपरांत ग्लोबल स्कूल परिसर में वृक्षारोपण किया गया।
मनिहारी मंडल प्रथम में प्रेम सागर राजभर और पूर्व जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान और उनका राष्ट्रवाद आज भी प्रेरणादायक है। नोनहरा मंडल के बैजलपुर स्थित देव पैलेस में मंडल अध्यक्ष सुरेश गिरी की अध्यक्षता में संगोष्ठी आयोजित हुई, जिसमें जिला महामंत्री प्रवीण सिंह और पियूष राय ने भी विचार रखे।
इन सभी कार्यक्रमों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रवादी विचारों को आत्मसात करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।