आजमगढ़
मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक संपन्न

आजमगढ़ (जयदेश)। मुख्य विकास अधिकारी आजमगढ़ की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला गंगा समिति, जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति और जिला वैटलैंड समिति की कार्यवाही पर चर्चा की गई। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी महोदय, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग आजमगढ़ के अलावा संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।गंगा समिति की बैठक में नगर पालिका आजमगढ़, पंचायती राज विभाग और वन विभाग द्वारा जन जागरुकता कार्यों पर चर्चा की गई।
इसके साथ है 8 MLD क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण की समीक्षा की गई। जल निगम नगरीय विभाग को निर्देश दिए गए कि जिन घरों को सीवेज लाइन से नहीं जोड़ा गया है उन्हें शीघ्र जोड़ा जाए।
साथ ही स्थानीय निकाय प्रभारी को निर्देशित किया गया कि प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन संबंधी सूचनाएं सभी नगर पालिका और नगर पंचायत निकायों से प्रतिमाह उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने अस्पतालों के आसपास फैले जैव चिकित्सा अपशिष्ट पर असंतोष व्यक्त किया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि अस्पतालों से उत्सर्जित जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण मानक के अनुसार सुनिश्चित किया जाए।
इस कार्य के लिए एक निरीक्षण दल का गठन किया जाए, जो प्रत्येक माह अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी निर्देश दिया गया कि वे e waste के निस्तारण करने वाली निजी एजेंसी से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराएं।वृक्षारोपण समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई कि वर्ष 2025-26 के लिए आजमगढ़ जिले को 57.91 लाख पौधों का लक्ष्य आवंटित किया गया है जिसे विभिन्न विभागों के सहयोग से प्राप्त किया जाएगा।
सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि पूर्व में किए गए वृक्षारोपण की जियो टैगिंग शत प्रतिशत पूर्ण की जाए, और रोपित पौधों की सफलता सुनिश्चित की जाए। पौधों की नियमित सिंचाई और निराई-गुड़ाई की जाए, तथा वृक्षारोपण स्थलों को संस्थाओं, संगठनों या व्यक्तियों द्वारा अंगीकृत कराया जाए। सुरक्षा, सिंचाई और अनुरक्षण कार्यों की नियमित अनुश्रवण के लिए नोडल अधिकारियों का नामकरण भी किया गया है।
दूसरी ओर, वैटलैंड समिति की बैठक में मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने पंचायती राज विभाग को ग्रामीण वैटलैंड समिति के गठन के निर्देश दिए।