मुम्बई
मुंबई के लोग घरों में ही पाल रहे डेंगू के मच्छर, BMC ने आंकड़े के साथ जारी की चेतावनी
मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं।मुंबईकरों के घरों, सोसायटियों और आसपास के परिसर में ही डेंगू के मच्छर बसेरा कर रहे हैं। बीएमसी का स्वास्थ्य विभाग लोगों को अलर्ट कर रहा है। वेक्टर बॉर्न डिजीज की रोकथाम के लिए कीटनाशक विभाग भी उपाय कर रहा है।
बीएमसी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले वर्ष 131980 ब्रीडिंग स्पॉट मिले। इसमें से लगभग 99,000 स्पॉट स्लम में और बाकी स्पॉट सोसाइटियों में मिले थे। हालांकि अधिकारियों का यह मानना है कि स्लम में एक्सेस मिलने के कारण ब्रीडिंग स्पॉट मिलते हैं। स्लम में रखे ड्रमों में 79,000 ब्रीडिंग स्पॉट मिले थे।
बीएमसी की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्षा शाह ने बताया कि, मॉनसून आने वाला है। मुंबईकरों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके घर और परिसर में मच्छरों को पनपने की जगह न मिले। साफ पानी को हमेशा ढक कर रखें ताकि मच्छर उसमें ब्रीडिंग न करें।
बीएमसी स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस साल प्रतिदिन कीटनाशक विभाग को डेंगू मच्छर के 345 ब्रीडिंग स्पॉट मिले हैं। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि मुंबईकरों को सजगता से रहने की जरूरत है नहीं तो उनके ही घर में मच्छर पनपेंगे और उन्हीं को अपना शिकार बनाएंगे। मुंबई में पिछले साल डेंगू के रेकॉर्ड 5486 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं इस वर्ष 14 मई तक करीब 300 लोग डेंगू से ग्रसित हुए हैं।
बीएमसी के स्वास्थ्य विभाग ने आगे बताया कि, डेंगू की बीमारी एडीज इजिप्ती मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। पिछले साल डेंगू के मच्छरों ने मुंबईकरों को खूब डंक मारे। वहीं इस मच्छर जनित रोग की रोकथाम के लिए कीटनाशक विभाग भी अपनी ओर से उपाय योजना करता रहा है।
बीएमसी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से लेकर 15 मई तक कीटनाशक विभाग ने अपने डोर टू डोर विजिट में डेंगू मच्छर के 35940 ब्रीडिंग स्पॉट खोज कर उन्हें नष्ट किया है। पिछले वर्ष BMC ने 131980 ब्रीडिंग स्पॉट्स को खोजकर नष्ट किया था। इस वर्ष मार्च तक ब्रीडिंग स्पॉट पाए जाने पर और लापरवाही बरतने के मामले में 5224 नोटिस दिए गए हैं और 179 मामलों में कोर्ट में केस दर्ज किया गया है। पिछले साल 22,571 नोटिस दिए गए थे और 2230 कोर्ट केस दर्ज किए गए हैं।