वाराणसी
माँ शीतला की भव्य शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ निकली, उमड़ा आस्था का सैलाब

वाराणसी | मिर्जामुराद क्षेत्र के टिकरा (खालिसपुर) गांव से रविवार को माँ शीतला माता की भव्य शोभायात्रा धार्मिक उल्लास और आस्था के साथ निकाली गई। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत इस आयोजन में गाँव और आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए।
शोभायात्रा का नेतृत्व माता जी के सेवादार मुन्नू भगत, लालजी और हीरा भगत ने किया। यात्रा की शुरुआत गाँव के मंदिर प्रांगण से हुई, जहाँ माता शीतला की पूजा-अर्चना के उपरांत श्रद्धालुओं ने ध्वज-पताका लेकर जयघोष करते हुए अदलपुर धाम के लिए कूच किया। यात्रा के दौरान “दातारा बोलो साँचे दरबार की जय” और “माता शीतला की जय” जैसे जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
भक्ति भाव से सजी इस शोभायात्रा में महिलाओं और पुरुषों ने पारंपरिक वेशभूषा में सम्मिलित होकर अपनी आस्था का प्रदर्शन किया। डमरू, झांझ, ढोल और नगाड़ों की धुन पर श्रद्धालु नाचते-गाते आगे बढ़ते रहे। मिर्जामुराद बाजार पहुंचने पर स्थानीय नागरिकों ने श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया, जिससे यात्रा का माहौल और भी अलौकिक हो गया।
शोभायात्रा के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। जगह-जगह जलपान की व्यवस्था की गई थी और श्रद्धालुओं के लिए मार्ग को सजाया गया था।
स्वागत करने वालों में गया प्रसाद यादव, विनोद सोनकर, मनीष गुप्ता, सुरेश यादव उर्फ खबरी लाल, सोनू गुप्ता, सोनू यादव, शिवबली पटेल, गुड्डू श्रीवास्तव, दूधनाथ प्रजापति, सुभाष और रतन सोनकर आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। इन सभी ने शोभायात्रा के आयोजन में सक्रिय सहयोग देकर आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
इस धार्मिक आयोजन ने न केवल क्षेत्रीय एकता को मजबूत किया, बल्कि लोगों को पारंपरिक सांस्कृतिक मूल्यों से भी जोड़ा। शोभायात्रा अदलपुर धाम पहुंचकर सम्पन्न हुई, जहाँ विधिवत माता शीतला की आरती और भंडारे का आयोजन हुआ।