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वाराणसी

बनारस के लोगों में शिव जी का वास : तान्या मित्तल

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‘बनारस के लोग इतने अच्छे क्यों हैं ? शायद इन लोगों में भी शिवजी का वास है।’ ये कहना है वाराणसी पहुंची मिस एशिया 2018 तान्या मित्तल का। जो उन्होंने अपने काशी दौरे के बाद आने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट डालते हुए लिखा है।

यूपी टूरिज्म की प्रमोटर तान्या मित्तल ने अपने वाराणसी दौरे के दौरान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती, आदि केशव मंदिर, सारनाथ, पातालेश्वर महादेव और तुलसीघाट का दौरा किया जहां तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना की थी। इसके अलावा उन्होंने गंगा में बोटिंग का आनंद लिया और काशी के हथकरघे पर बन रही साड़ियों की कला को भी नजदीक से देखा।

बनारस के लोगों में शिव जी का वास

वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचीं तान्या मित्तल ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा किया, गंगा आरती का आनंद लिया और गंगा में बोटिंग करते हुए घाटों की सुंदरता की सराहना की।

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यात्रा के दौरान उन्होंने विश्वनाथ मंदिर के निकट स्थित पातालेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन किए। दर्शन के बाद तान्या ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो ब्लॉग साझा किया जिसमें उन्होंने लिखा, “बनारस के लोग इतने उदार और दयालु क्यों हैं? शायद इनमें भी शिवजी का वास है।”

अपने ब्लॉग में तान्या ने आगे बताया कि जब वह बनारस के संतों से आशीर्वाद ले रही थीं, तभी उनके साथ एक अनोखी घटना हुई। एक व्यक्ति उनके पास आया और उन्हें 25 फीट गहराई में स्थित पातालेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन कराने ले गया।


रामनगर अंगिका सहकारी समिति में देखी साड़ी की बुनाई –

तान्या मित्तल यूपी पर्यटन की प्रमोटर हैं। ऐसे में उन्होंने बनारस की मशहूर बनारसी साड़ियों की कला को करीब से समझने के लिए रामनगर का दौरा किया। वहां उन्होंने अंगिका हथकरघा विकास उद्योग सहकारी समिति लिमिटेड का दौरा किया जहां स्टेट अवार्डी अमरेश कुशवाहा ने उन्हें साड़ियों के निर्माण की बारीकियों के बारे में बताया। देर शाम तान्या को डॉ. अंगिका कुशवाहा ने हथकरघा पर साड़ी बनाने की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया। तान्या ने बुनकरों को काम करते हुए देखा और इस कठिन कला में आने वाली चुनौतियों और मेहनत के बारे में जाना।

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