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वाराणसी

बच्चों में बढ़ा हाइपरथर्मिया का खतरा, चिल्ड्रेन वार्ड में बढ़ी संख्या

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वाराणसी। मौसम में आये अचानक बदलाव कभी तेज धूप, कभी हवा में नमी ने बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाला है। बीते दो दिनों में तापमान में आई तेजी और उमस भरी गर्मी के कारण हाइपरथर्मिया के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीएचयू, मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा और जिला अस्पताल की ओपीडी में बच्चों में बुखार, सांस फूलना और पेट संबंधी परेशानियों के मामले बढ़े हैं।

मंडलीय अस्पताल के 20 बेड वाले चिल्ड्रेन वार्ड में 5 से 15 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 10 बच्चे भर्ती हैं। डॉ. एसपी सिंह के अनुसार, हाइपरथर्मिया के लक्षणों में तेज बुखार, बेचैनी और दिल की धड़कन बढ़ना प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में यह बीमारी तेजी से फैलती है और बच्चों में इसकी संभावना ज्यादा होती है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।

बीएचयू अस्पताल के बाल रोग विभाग के प्रो. सुनील राव ने बताया कि ओपीडी और इमरजेंसी में बुखार, उलटी-दस्त जैसी शिकायतों के साथ बच्चों को लाया जा रहा है। अभिभावकों को सलाह दी जा रही है कि वे बच्चों को धूप से बचाएं और उन्हें भरपूर पानी पिलाएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।

जिला अस्पताल के सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि बाल रोग विभाग में रोजाना 15-20 बच्चे ऐसे लाए जा रहे हैं जिनमें हाइपरथर्मिया के लक्षण पाए जा रहे हैं। गंभीर मामलों में बीएचयू रेफर करने की व्यवस्था की गई है, जहां डॉक्टरों के साथ समन्वय कर बच्चों का इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।

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डॉक्टरों ने बच्चों को गर्मी से बचाने, ढीले-ढाले कपड़े पहनाने और अधिक से अधिक तरल पदार्थ देने की सलाह दी है। साथ ही, लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में संपर्क करने की अपील की है।

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