गाजीपुर
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल, 20 दिन बाद दिखी हत्यारोपी की गिरफ्तारी

गाजीपुर। जनपद के सादात थाना क्षेत्र के ग्राम बूढ़नपुर निवासी प्रेम प्रकाश राय की हत्या के बीस दिन बाद आखिरकार पुलिस ने हत्यारोपी पड़ोसी को गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय में पेश करते हुए पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
उल्लेखनीय है कि सादात थाना क्षेत्र के बूढ़नपुर गांव में 15/16 मई की रात अपने घर के बाहर सो रहे 60 वर्षीय किसान प्रेम प्रकाश राय (पुत्र स्व. बनारसी राय) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और सादात थानाध्यक्ष वागीश विक्रम सिंह को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया गया था।
मृतक की पत्नी प्रतिमा राय ने तहरीर देकर अपने पड़ोसी शैलेन्द्र उर्फ पीयूष राय के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने 16 मई की सुबह ही पीयूष राय को उसके घर से पकड़ कर थाने ले गई, जिससे क्षेत्रीय जनता और मृतक के परिजनों को यह उम्मीद जगी कि पुलिस जल्द ही घटना का खुलासा करेगी।

प्रेम प्रकाश राय जिनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
इसके बावजूद, घटना के लगभग बीस दिनों तक पुलिस केवल यह कहती रही कि मामले की तफ्तीश जारी है। इतने दिनों तक अभियुक्त को कस्टडी में रखने के बाद आज उसकी गिरफ्तारी दिखाना लोगों की समझ से परे है। इसे लेकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि यदि यही करना था, तो बीस दिन का इंतजार क्यों किया गया?
फिलहाल सादात पुलिस ने मुकदमा सं. 80/2025 धारा 103(1)/352/351(3) बीएनएस व धारा 3/25 आयुध अधिनियम से संबंधित अभियुक्त 45 वर्षीय पीयूष राय उर्फ शैलेन्द्र राय (पुत्र स्व. रामचन्द्र राय, निवासी ग्राम बूढ़नपुर) को सवास स्थित ईंट भट्ठे के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से हत्या में प्रयुक्त 9 एमएम की पिस्टल बरामद की है।
बता दें कि पीयूष राय उर्फ शैलेन्द्र राय के खिलाफ सादात थाने में पूर्व में भी हत्या, आयुध अधिनियम और गुंडा एक्ट के तहत कई मुकदमे दर्ज हैं।
हत्यारोपी की गिरफ्तारी के बाद भले ही पुलिस ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया हो, लेकिन इतनी देर से गिरफ्तारी दिखाना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।