गाजीपुर
नगर पालिका की सफाई व्यवस्था फेल, गंदे कचरे से होकर गुजरते दिखे शिवभक्त कांवड़िये

सदर तहसील (गाजीपुर)। सावन माह में शिवभक्त कांवड़ियों की आस्था जहाँ चरम पर है, वहीं नगर पालिका की लापरवाही श्रद्धालुओं की भावना को गहरा आघात पहुँचा रही है। चितनाथ घाट पर स्नान और जलाभिषेक कर लौट रहे कांवड़ियों को नखास चौराहा होते हुए गंदगी और कचरे के अम्बार से होकर गुजरना पड़ा। चारों ओर दुर्गंध, बदहाल सफाई व्यवस्था और प्रशासनिक अनदेखी से कांवड़ियों में भारी असंतोष देखने को मिला।
शिवभक्तों ने बताया कि वे चितनाथ बाबा का दर्शन कर सनबाज़ार की ओर नंगे पांव लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में गंदे कूड़े-कचरे के ढेर से होकर उन्हें निकलना पड़ा। श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें भगवान के नाम पर ऐसी दुर्गंध और गंदगी पार करनी पड़ेगी।
शहर में जगह-जगह चेयरमैन और नगर पालिका के स्वागत पोस्टर लगे हुए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत साफ-सफाई से कोसों दूर है। श्रद्धालुओं ने इस पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि केवल बैनरों और स्वागत भाषणों से सेवा नहीं होती, बल्कि सच्ची सेवा व्यवस्था से होती है।
गाज़ीपुर नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सावन जैसे पवित्र पर्व में जहाँ प्रशासन को चौकस और सतर्क रहना चाहिए, वहीं यह हाल बताता है कि व्यवस्थाएं पूरी तरह विफल हैं।
अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी श्रद्धालुओं की इस पीड़ा को समझते हुए कोई ठोस कार्रवाई करते हैं या फिर यह बदहाल सफाई व्यवस्था ऐसे ही आस्था पर भारी पड़ती रहेगी। गाज़ीपुर की जनता और शिवभक्त प्रशासन से तत्काल सजगता और जवाबदेही की उम्मीद कर रही है।