गाजीपुर
नगर की मुख्य सड़क गड्ढों में तब्दील, भ्रष्टाचार की चपेट में विकास
सैदपुर (गाजीपुर)। नगर की मुख्य सड़कें आज खस्ताहाल हैं। शाकंभरी तिराहे से लेकर मुख्य चौराहा तक की सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। आवागमन तो दूर, अब इन सड़कों पर पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सड़क पूर्व नगर अध्यक्षा सरिता सोनकर के कार्यकाल में करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई थी। मगर कुछ ही वर्षों में सड़क की परतें उखड़ गईं और नालियां भी टूटकर जर्जर हो गईं। वहीं, बाद में आई तत्कालीन नगर अध्यक्षा सुशीला सोनकर ने सड़क की स्थिति सुधारने के नाम पर जगह-जगह चिप्पी मरवाकर लाखों रुपये का खर्च तो दिखा दिया, पर नतीजा वही ढाक के तीन पात रहा।

सूत्रों के मुताबिक, विगत जून माह में इसी मार्ग के पुनर्निर्माण के लिए लगभग अस्सी लाख रुपये का टेंडर पारित हुआ था। इसमें नालियों के ढक्कन और आर.सी.सी. सड़क निर्माण का प्रावधान था। किंतु टेंडर को पाँच से छह माह बीत जाने के बाद भी सिर्फ नालियों के ढक्कन ही लग पाए हैं वो भी मानक के अनुरूप नहीं। सड़क निर्माण कार्य तो अभी तक शुरू ही नहीं हुआ है।

स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि पिछले कार्यकाल में सड़क निर्माण में दो वर्ष लगे थे, जिससे उनकी दुकानदारी पूरी तरह ठप हो गई थी। अब फिर वही भय उनके चेहरों पर झलक रहा है कि अगर सड़क दोबारा खोदी गई, तो व्यवसाय एक बार फिर बर्बाद हो जाएगा।

नगरवासियों का आरोप है कि नगर पंचायत का पूरा तंत्र जनता के धन की बर्बादी में लिप्त है। भ्रष्टाचार की परतें इस कदर चढ़ चुकी हैं कि विकास केवल कागज़ों पर ही दिखता है, ज़मीन पर नहीं।
