गाजीपुर
ग्राम प्रधान के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, भ्रष्टाचार का लगाया आरोप

सुलभ शौचालय बदहाल, पंचायत भवन में पसरा सन्नाटा, RTI से हुआ खुलासा
गाजीपुर। जिले के दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के जमसड़ा ग्रामसभा स्थित हरिजन बस्ती में ग्राम विकास कार्यों को लेकर भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान के पति सिहागढ़ यादव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि विकास कार्यों में भारी अनियमितता हुई है, जिसका प्रमाण उन्होंने सूचना का अधिकार (RTI) के माध्यम से जुटाया है।
ग्रामीणों के अनुसार चुन्नी के घर से कालिका के घर तक 200 मीटर चकरोड निर्माण कार्य के लिए 1,24,115 रुपये की धनराशि जारी की गई थी, जबकि मौके पर कोई कार्य नहीं हुआ था। इसी प्रकार सोनहरा सरहद से शिव मंदिर तक 400 मीटर चकरोड निर्माण हेतु तीन किस्तों में 1,90,000 का भुगतान ग्राम प्रधान को मिल चुका है, लेकिन कार्य धरातल पर दिखाई नहीं देता।

सूचना मिलने पर जब प्रधान तक बात पहुंची, तो उन्होंने आनन-फानन में ईंटें गिरवाकर कार्य शुरू करवाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने कार्य को यह कहते हुए रोक दिया कि अब जांच के बाद ही निर्माण कार्य कराया जाए।
शौचालय की दुर्गति, महिलाएं कर रहीं खुले में शौच
ग्रामीणों ने गांव में बने सुलभ शौचालय की दयनीय स्थिति को लेकर भी नाराजगी जताई। मौके पर जाकर देखने पर पता चला कि शौचालय गंदगी से पटे पड़े हैं और अधूरे हैं। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि शौचालय बेकार पड़े होने के कारण उन्हें मजबूरी में सड़क किनारे शौच करना पड़ता है, जिससे उनकी गरिमा को ठेस पहुंचती है।
पंचायत भवन बना शोपीस, सुविधाएं नदारद
गांव के पंचायत भवन की स्थिति भी किसी खंडहर से कम नहीं है। वहां न तो कोई कुर्सी है, न मेज, न पेन और न ही कोई कागज। महिला और पुरुष शौचालय भी अधूरे पड़े हैं। ग्राम सचिव का कमरा गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा प्याज रखने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है। पंचायत भवन की यह हालत देखकर ग्रामीणों ने गहरा असंतोष जताया।
RTI कार्यकर्ता को मिली धमकी
गांव के आरटीआई कार्यकर्ता व समाजसेवी रामकृत राम ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इन समस्याओं को उठाया तो ग्राम प्रधान और उनके सहयोगियों द्वारा उन्हें धमकाया गया और मारपीट की चेतावनी दी गई।
प्रशासन को दी गई शिकायत, जांच का आश्वासन
समाजसेवी संस्था द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी गाजीपुर को लिखित शिकायत दी गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विकास खंड अधिकारी संजय गुप्ता ने बताया कि मामले की सूचना मिली है और जल्द ही जांच करवाई जाएगी। वहीं, ग्रामीणों की मांग है कि जांच निष्पक्ष हो और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।