वाराणसी
गणेश वंदना और कजरी की धुनों से गूंजा अग्रसेन सेवा संस्थान का उत्सव

फूल-पत्तियों से सजा सावन का झूला बना सेल्फी प्वॉइंट, महिलाओं को दी गई सुहाग पिटारी
वाराणसी। सावन की फुहारों जैसी ताजगी, रंग-बिरंगे परिधानों की चमक और कजरी की मीठी धुनों के बीच अग्रसेन सेवा संस्थान का तीज महोत्सव हंसी, संगीत और संस्कृति का अनोखा संगम बन गया। 15 अगस्त को गोकुल निकुंज, हवेलिया चौराहा में आयोजित इस भव्य उत्सव में 400 से अधिक सदस्य शामिल हुए और पूरा पंडाल उल्लास से भर उठा।
कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना से हुआ, जिसके बाद कजरी गायन और रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियों ने माहौल को उत्साह और उमंग से भर दिया। हाऊजी गेम की रोमांचकता और विभिन्न प्रतियोगिताओं ने सभी को खूब आनंदित किया। सबसे खास आकर्षण रहा “तीज क्वीन” प्रतियोगिता, जहाँ प्रतिभागियों ने आत्मविश्वास और मुस्कान से सबका दिल जीत लिया।
कार्यक्रम में आई हर महिला को सुहाग पिटारी भेंट की गई, जबकि सभी मेहमानों को आकर्षक उपहार प्रदान किए गए। स्वादिष्ट व्यंजनों ने पूरे आयोजन की मिठास को दोगुना कर दिया। महिलाएँ मेंहदी में रंगी-रंगी, बच्चे खेल में मगन और बुजुर्ग भी मुस्कुराते हुए इस जश्न का हिस्सा बने।
फूल-पत्तियों से सजा सावन का झूला सभी के लिए सेल्फी का आकर्षण केंद्र बना रहा। मंच पर कजरी की धुन, तालियों की गूंज और हर चेहरे पर खिली खुशी ने इस शाम को यादगार बना दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अग्रसेन सेवा संस्थान के अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल (आढ़त वाले) ने की, जबकि प्रधानमंत्री संजय अग्रवाल (गिरिराज), संयोजक श्रीमोहन जी अग्रवाल, अनिल धमावत, श्रुति जैन एवं मोहित अग्रवाल ने बताया कि यह आयोजन केवल मस्ती का नहीं, बल्कि संस्कृति, एकता और प्रेम का प्रतीक है।
अंत में सभी ने संकल्प लिया कि आने वाले वर्षों में यह तीज महोत्सव और भी भव्य और उत्साहपूर्ण रूप में आयोजित किया जाएगा।