वाराणसी
कोर्ट परिसर में सिपाही ने पत्नी को पीटा, हत्या की कोशिश का आरोप, गिरफ्तार

वाराणसी | वाराणसी जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर सोमवार को उस समय हंगामे का केंद्र बन गया जब एक सिपाही ने खुलेआम अपनी पत्नी की पिटाई शुरू कर दी। गेट नंबर 1 पर मौजूद लोगों की आंखों के सामने यूपी पुलिस में तैनात सिपाही अनूप कुमार सिंह ने अपनी पत्नी नेहा सिंह का गला बेल्ट से कस दिया और जान से मारने का प्रयास किया। भीड़ ने जब हस्तक्षेप किया, तब जाकर पीड़िता बच सकी। इस सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, सिपाही अनूप कुमार सिंह और उसकी पत्नी नेहा सिंह के बीच पारिवारिक विवाद को लेकर केस चल रहा है। सोमवार को दोनों को तलाक संबंधी मामले में अदालत में पेश होना था। नेहा सिंह पहले से ही कोर्ट रूम में मौजूद थीं। जब सुनवाई शुरू हुई और अभियोजन पक्ष ने पति द्वारा प्रताड़ना का जिक्र किया, साथ ही बलिया से जारी NBW (गिरफ्तारी वारंट) की जानकारी कोर्ट में दी गई, तभी सिपाही अनूप कुमार सिंह कोर्ट से भाग निकला।
बाहर गेट नंबर 1 पर पत्नी के बाहर आने का इंतजार कर रहा सिपाही उस पर टूट पड़ा। पहले गाली-गलौज की, फिर बेल्ट निकालकर पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद उसने बेल्ट से नेहा का गला कस दिया और जान लेने की कोशिश की। चीख-पुकार सुनकर मौके पर मौजूद महिलाओं और लोगों ने किसी तरह नेहा को छुड़ाया।

चौकी पहुंची पीड़िता, सिपाही गिरफ्तार
नेहा सिंह किसी तरह जान बचाकर कोर्ट परिसर स्थित पुलिस चौकी पहुंची और आपबीती बताई। उसकी हालत बदहवास थी, जिसे देखकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। तत्काल हरकत में आई पुलिस टीम ने आरोपी अनूप कुमार सिंह को गेट नंबर 1 से हिरासत में लिया और चौकी लेकर पहुंची।
पीड़िता की तहरीर पर कैंट थाने में आईपीसी की धारा 307 (जानलेवा हमला), 323 (मारपीट), 504 (गाली-गलौज), 506 (धमकी) सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया गया। महिला का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया।
कौन है आरोपी सिपाही अनूप कुमार सिंह?
बलिया जिले के नकाबटोला निवासी अनूप कुमार सिंह यूपी पुलिस में सिपाही है। वर्ष 2014 में उसकी शादी नेहा सिंह से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। नेहा अपने मायके चली गई और पति व ससुराल वालों पर घरेलू हिंसा का मुकदमा दर्ज कराया।
आरोप है कि अनूप लगातार नेहा को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता रहा है। वर्ष 2024 में नेहा ने पुलिस मुख्यालय लखनऊ से लेकर बलिया कोर्ट तक कई बार शिकायत की।
अनूप पहले वाराणसी ट्रैफिक पुलिस में तैनात था, लेकिन 2023 में उसका तबादला जालौन कर दिया गया। वहां उसने न आमद दी और न ही सरकारी क्वार्टर खाली किया। जालौन से भेजे गए कई रिमाइंडर को भी उसने नजरअंदाज किया।
फर्जीवाड़े के भी आरोप
पीड़िता ने अनूप पर नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेज और जन्मतिथि में हेराफेरी करने का भी आरोप लगाया है। उसके खिलाफ अनुशासनहीनता, गैरहाजिरी और सरकारी आदेशों की अवहेलना जैसे गंभीर आरोप भी हैं।
पुलिस मुख्यालय लखनऊ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट को जांच सौंपी है। विभागीय जांच के साथ-साथ विधिक कार्रवाई भी तेज कर दी गई है।
कोर्ट परिसर में पहले भी कर चुका है उत्पीड़न
नेहा सिंह का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब अनूप ने उनके साथ ऐसी हरकत की है। जब-जब वह अपने मुकदमों की सुनवाई के लिए वाराणसी कोर्ट आती थीं, अनूप वहां पहले से मौजूद रहता और उन्हें धमकाता, गालियां देता और डराता।
अब जब कोर्ट ने NBW जारी किया और उसकी पेशी होनी थी, तो उसने बचने के लिए यह आपराधिक कदम उठाया।