पूर्वांचल
उर्वरक केंद्रों पर छापेमारी, तीन के प्राधिकार पत्र निलंबित
मऊ। जिला कृषि अधिकारी सोम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि किसानों को उनकी जमीन के अनुसार गुणवत्ता युक्त उर्वरक समय पर उपलब्ध कराने और उर्वरकों की कालाबाजारी, ओवररेटिंग तथा अन्य उत्पादों की टैगिंग रोकने के लिए औचक निरीक्षण किया गया। सदर और मुहम्मदाबाद तहसील के विकास खंडों में कुल 15 उर्वरक बिक्री केंद्रों पर छापेमारी की गई।
इस दौरान 2 दुकानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और 3 बिक्री केंद्रों के उर्वरक विक्रय प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिए गए।
अधिकारियों ने विक्रेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों को डीएपी उचित दर पर और बिना किसी अन्य उत्पाद की टैगिंग के उपलब्ध कराई जाए।
साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि कोई विक्रेता निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर उर्वरक बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उसका विक्रय प्राधिकार पत्र भी रद्द कर दिया जाएगा।