सियासत
अरविंद केजरीवाल खाली करेंगे सरकारी आवास
आतिशी 21 सितंबर को ले सकती है सीएम पद की शपथ
दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सरकारी आवास भी खाली करेंगे। इसके अलावा वह सीएम के तौर पर मिलने वाली सभी सुविधाएं भी छोड़ देंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। संजय सिंह ने यह भी कहा कि अभी केजरीवाल कहां रहेंगे यह तय नहीं है लेकिन जल्द ही कोई ठिकाना तय किया जाएगा। अरविंद केजरीवाल को सीएम के तौर पर कई सुविधाएं मिलती थीं। इस्तीफा देने के बाद वह सभी सुविधाएं छोड़ देंगे।
उन्होंने कहा कि, अरविंद केजरीवाल पर पहले भी कई हमले हुए हैं। पार्टी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है लेकिन अरविंद केजरीवाल ने हौसले से जवाब देने का काम किया है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पद छोड़ने से बाद कोई भी नेता 3 महीने तक सीएम आवास में रह सकता है। यह समय काफी होता है। अरविंद केजरीवाल को जो सरकारी आवास मिला है वह सिविल लाइंस के फ्लैग स्टाफ रोड पर है। कुछ समय पहले इसका रिनोवेशन कराया गया था जिसके बाद भाजपा ने जमकर निशाना साधा था। इस मामले की जांच एलजी ने एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंपी थी।
तो वहीं आतिशी फिलहाल मथुरा रोड स्थित एक बंगले में रहती हैं। अब माना जा रहा है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के चलते वह सीएम आवास में शिफ्ट हो सकती हैं। हालांकि दिल्ली में उिलहाल कोई सीएम हाउस नहीं है। इससे पहले 1993 में इसी आवास को मुख्यमंत्री आवास बनाया गया। बाद में 3 मोती लाल नेहरू मार्ग के बंगले को सरकारी आवास बनाया गया। दिसंबर 2013 में जब अरविंद केजरीवाल पहली बार मुख्यमंत्री बने तब वे गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे। बाद में वह मुख्यमंत्री के तौर पर दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहने लगे। इसके बाद फरवरी 2015 में दिल्ली में वह उतरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके रहने लगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब दिल्ली में आतिशी के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (आप) की नई सरकार बनने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक 21 सितंबर को आतिशी दिल्ली के सीएम पद की शपथ ले सकती हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को पत्र भेजकर 21 सितंबर 2024 को आतिशी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने की तिथि प्रस्तावित की है। हालांकि आतिशी द्वारा शपथ ग्रहण की कोई तिथि प्रस्तावित नहीं की गई है।