वाराणसी
अगहनी जुमे की नमाज़ 14 नवम्बर को
वाराणसी। मोहल्ला काज़ी सादुल्लापुर स्थित स्व. हाजी अब्दुल कलाम (पूर्व सरदार, बुनकर बिरादराना तंजीम बायीसी) के आवास पर रविवार को तंजीम बायीसी की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वर्तमान सरदार हाजी मोइनुद्दीन उर्फ़ कल्लू हाफ़िज़ी ने की। इस अवसर पर काबीना के सभी सदस्य और विभिन्न मोहल्लों से आए समाज के सम्मानित लोगों ने भाग लिया।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस वर्ष अगहनी जुमे की नमाज़ 14 नवम्बर 2025, शुक्रवार को पूरानापुल पुलकोहना ईदगाह में अदा की जाएगी। परंपरा के अनुसार नमाज़ के बाद मुल्क की तरक्की, अमन-शांति और आपसी भाईचारे की दुआख़्वानी की जाएगी।
इस अवसर पर सरदार हाजी मोइनुद्दीन उर्फ़ कल्लू हाफ़िज़ी ने कहा कि अगहनी जुमे की नमाज़ सदियों पुरानी परंपरा है, जिसे समाज हर साल पूरी श्रद्धा और एकता के साथ निभाता आ रहा है। उन्होंने बताया कि बनारस की तमाम तंजीमों द्वारा शादी-ब्याह में फिजूलखर्ची रोकने के लिए बनाए गए नियमों को बुनकर समाज ने अपनाया और उस पर अमल किया, जिससे काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। इसके लिए उन्होंने पूरे समाज को धन्यवाद देते हुए बायीसी तंजीम की ओर से मुबारकबाद दी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शादी से संबंधित सभी नियम पूर्ववत जारी रहेंगे।
सरदार साहब ने अपील की कि सभी बुनकर भाई अगहनी जुमे की नमाज़ के दिन अपने कारोबार (मुर्री) बंद रखें और बड़ी तादाद में नमाज़ एवं दुआख़्वानी में शामिल होकर समाज की एकता का संदेश दें।
इस बैठक में हाजी बाबू, गुलाम मोहम्मद उर्फ़ दरोगा, अफरोज़ अंसारी, पार्षद हाजी ओकास अंसारी, हाजी यासीन माइको, पार्षद गुलशन अली, मौलाना जहिर अहमद, हाफिज हाजी नसीर, पार्षद डॉ. इम्तियाज़ुद्दीन, शमीम अंसारी, हाजी महबूब अली, बाबू लाल किंग, हाजी तुफैल, हाजी इस्तियाक, मौलाना शकील अहमद, हाजी गुलाब, हाजी मतिउल्लाह, हाजी मोइनुद्दीन छोटाक, मोहम्मद हारून, हाजी मोहम्मद स्वालेह, हाजी मुमताज, हाजी नईम, हाजी इमरान, हाजी जावेद, हाजी मुस्ताक, हाजी साबिर, हाफिज अब्दुल रहमान, बाऊ महतो, हाजी नेसार, हाजी तरीम सहित तंजीम की पूरी काबीना मौजूद रही।
