अपराध
कुख्यात बदमाश पकड़ने गयी पुलिस टीम पर हमला, सिपाही शहीद

गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र स्थित नाहल गांव में रविवार देर रात नोएडा पुलिस को कुख्यात अपराधी कादिर उर्फ मंटा को पकड़ने की भारी कीमत चुकानी पड़ी। लूट, चोरी और गैंगस्टर एक्ट के 16 मुकदमों में वांछित इस हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने पहुंची टीम पर भीड़ ने अचानक पथराव और फायरिंग कर दी, जिसमें सिपाही सौरभ कुमार शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फेस-3 नोएडा थाने की टीम को सूचना मिली थी कि लूट का आरोपी कादिर अपने गांव में छिपा है। रात करीब साढ़े 12 बजे दबिश देकर कादिर को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। मगर गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस टीम गांव से बाहर निकल रही थी, तभी पंचायत भवन के पास घात लगाए बैठे कादिर के 8-10 साथियों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया।
कादिर ने गिरफ्तारी के दौरान जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया था—”मुझे पकड़ लिया गया है”—जिसके तुरंत बाद भीड़ ने पुलिस पर गोलियां बरसा दीं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, लेकिन इसी बीच सिपाही सौरभ के सिर में एक गोली लग गई। उन्हें तत्काल यशोदा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
करोड़ों की कोठी, CCTV से निगरानी
कादिर न सिर्फ एक हिस्ट्रीशीटर है बल्कि लूट की कमाई से उसने गांव में तीन मंजिला आलीशान कोठी खड़ी कर रखी है। पुलिस के मुताबिक, इस कोठी की कीमत करोड़ों में है और मुख्य गेट पर दो हाई-रेंज सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर आने-जाने वाले पर नजर रखी जा सके। फिलहाल इस कोठी के बाहर पीएसी तैनात कर दी गई है।
घटना के बाद गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और एडीसीपी राजीव नारायण मिश्र मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि कादिर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके साथियों की तलाश में अभियान जारी है।
सिपाही सौरभ कुमार शहीद
शहीद सिपाही सौरभ कुमार यूपी के शामली जनपद के निवासी थे। उनकी शहादत की सूचना जैसे ही परिजनों को दी गई, घर में कोहराम मच गया। पुलिस विभाग में भी इस हमले को लेकर रोष व्याप्त है।