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धर्म-कर्म

माँ अन्नपूर्णा की प्राचीन मूर्ति के वापसी पर पुष्पवर्षा से स्वागत वंदन एवं आरती

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माँ अन्नपूर्णा की लगभग 100 साल पहले काशी से चोरी हुई प्राचीन मूर्ति को वाराणसी के सांसद एवं भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री के नेक पहल से कनाडा से भारत वापस लाने और पुनः देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में पुनः स्थापित करने के लिए माता की भव्य मूर्ति का भव्य स्वागत एवं आरती काशी में भक्त जनों द्वारा जगह जगह पुष्प वर्षा कर की गई। सोमवार को देवोत्थान एकादशी को माँ अन्नपूर्णा की मूर्ति को फूल मालाओं से सजाकर प्रातः दुर्गामंदिर से शोभायात्रा हरहर महादेव के उद्दघोष के साथ प्रारम्भ हुई।

18वीं शताब्दी की बनी माता अन्नपूर्णा की भव्य मूर्ति के एक हाथ में खीर की कटोरी एवं दूसरे हाथ में चम्मच देख कर लग रहा था कि माँ अपने भक्तों को प्रसाद बाँटते हुए अपने देवस्थान पर जाने हेतु चलायमान हैं। शोभायात्रा के  चेतमणि गुरुधाम चौराहे पर पहुंचने पर अग्रवाल महासभा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल ‘हरे कृष्ण ज्वेलर्स’ पत्नी रंजना अग्रवाल ने मूर्ति पर माल्यार्पण कर आरती किया तथा प्राचीन मूर्ति के मस्तक पर चांदी का मुकुट सोने का हार एवं कंगन भेंट कर श्रृंगार किया।

तत्पश्चात उपाध्यक्ष डॉ मधु अग्रवाल महामंत्री अमोद अग्रवाल, सलिल अग्रवाल, विनय अग्रवाल, नारायण अग्रवाल सीए सहित भारत विकास परिषद के मुकुल शाह अमरचंद अग्रवाल अर्चना अग्रवाल योगेश अग्रवाल अक्षयबर सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पुष्पवर्षा एवं आरती कर माँ अन्नपूर्णा से आशीर्वाद लिया। उक्त अवसर पर सभी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेक इरादों से काशी की जनता अपनी खोयी हुई प्राचीन अमूल्य पूज्यनीय माता अन्नपूर्णा की मूर्ति को कनाडा से भारत लाने तथा वाराणसी के काशी नगरी के नये विश्वनाथ कॉरिडोर में प्रतिस्थापित करने की पहल का धन्यवाद व्यक्त करती है। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के हाथों बाबा विश्वनाथ कोरिडोर के नये देवोस्थान में देवोत्थान एकादशी को प्राणप्रतिष्ठा किये जाने पर अत्यंत हर्ष व्याप्त है।

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