अपराध
BHU में 48 घंटे में दो बार छात्रों के बीच हिंसा, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में लगातार दो दिन तक हुई मारपीट की घटनाओं ने विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने दोनों मामलों में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहली घटना मंगलवार को हुई, जब विनीत कश्यप नाम के छात्र पर लाइब्रेरी के पास हमला हुआ। प्राचीन इतिहास विभाग से लौटते वक्त कुछ युवकों ने उन्हें घेर लिया और हाकी, डंडों और फाइटर से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वे बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। घटना के एक दिन बाद विनीत ने पुलिस को शिकायत दी, जिसके आधार पर विशाल, अंकित पाल, रवि यादव, विश्वजीत और अन्य अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
दूसरी घटना बुधवार को हुई, जब BHU के एलएलबी तृतीय वर्ष के छात्र सत्यम कुमार पर हमला किया गया। भगवानदास छात्रावास से साइकिल से जाते वक्त दो मोटरसाइकिलों पर सवार 4-5 युवकों ने उनकी साइकिल को टक्कर मार दी। जब सत्यम ने विरोध किया, तो आरोपियों ने गाली-गलौज के बाद ईंट-पत्थरों से जानलेवा हमला कर दिया। मौके पर मौजूद छात्रों ने सत्यम को तुरंत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। विश्वविद्यालय के प्राक्टोरियल बोर्ड ने तीन युवकों को वहीं से पकड़ लिया। लंका पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर शुभम दीप यादव, अबरार अहमद, अमित कुमार और दो अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
BHU की सुरक्षा व्यवस्था पर सालाना 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं। 700 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और अस्पताल क्षेत्र में 50 से ज्यादा बाउंसर भी मौजूद रहते हैं। बावजूद इसके, परिसर में लगातार हो रही हिंसा ने सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोल दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने टीम को अलर्ट कर निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए हैं। चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों से अपील की है कि वे आपसी मतभेद भूलकर पढ़ाई पर ध्यान दें और कैंपस में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखें।