वाराणसी
प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिन पर देशवासियों के कल्याण के लिए होगी प्रार्थना सभा
क्रिसमस की पूर्व संध्या पर गिरजाघरों में मसीही समुदाय के लोग करेंगे स्तुति और प्रार्थना
वाराणसी। कैथोलिक धर्म प्रांत के अंतर्गत बिशप हाउस (कैंटोनमेंट) में पत्रकार बंधुओं के लिए शनिवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें क्रिसमस और नववर्ष से संबंधित कार्यक्रमों के तैयारियों का रूपरेखा बताया गया। पत्रकारजनों को संबोधित करते हुए यूजिन जोसेफ (वाराणसी धर्म प्रांत के बिशप) ने कहा कि हमारी ईश्वर से प्रार्थना है कि हर व्यक्ति शांति और एकता के रास्ते पर चले ताकि हमारे समाज से हिंसा और नफरत जैसी सामाजिक बुराइयां समाप्त हो जाए। हम सबको प्रभु यीशु द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना चाहिए। युद्ध से हमेशा मानव की हार होती है, हर कोई हारता है। वाराणसी में इस वर्ष क्रिसमस के त्यौहार का मकसद देश में शांति कायम करने के लिए जागरूकता पैदा करना है। पूरे भारत में और वाराणसी के लोगों के बीच शांति और खुशहाली आये।
इस अवसर पर कि जयन्ती गीत (कैरोल्स), नवजात ईसा मसीह की झाँकी, चर्च और घरों की सजावट और क्रिसमस ट्री को सजा लिया गया है। श्रद्धालु प्रभु ईसा के दर्शन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। पवित्र बाइबिल में उल्लेख है, “देखो, एक कुंवारी गर्भवती होगी और एक पुत्र को जन्म देगी और उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा जिसका अर्थ है ‘परमेश्वर हमारे साथ है। उन्होंने बताया कि क्रिसमस के अवसर पर देशवासियों के कल्याण के लिए विशेष प्रार्थना की जाएगी और यह प्रार्थना भारत देश के साथ-साथ पूरे विश्व में एक साथ की जाएगी।
सेंट मेरिज कैथिड्रल चर्च में खीस्त जयंती के अवसर पर 24 दिसंबर को रात 10:30 बजे प्रार्थना तथा पूजा पाठ का आयोजन होगा। यह जयंती 25, 26 एवं 27 दिसंबर तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा एवं 2 जनवरी 2025 तक क्रिसमस का माहौल रहेगा। इस शुभ अवसर पर कैथोलिक समुदाय आसपास के जेलों, अनाथालयों, मलिन बस्तियों, कुष्ठ रोगियों और परित्यक्त बच्चों आदि के लिए दान के विभिन्न कार्यों में शामिल होंगे। इसके अलावा, 2 जनवरी 2025 को सेंट जॉन्स स्कूल वाराणसी में भव्य कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित है। जिसमें ढाई हजार से अधिक लोग शामिल होंगे।
