सियासत
सपा सरकार में नौकरी पाने के लिए देने पड़ते थे 5 से 10 लाख रुपए : नन्द गोपाल नन्दी
सुल्तानपुर। सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने भाजपा कार्यालय पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ मीटिंग में शामिल हुए। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, सपा की सरकार में सरकारी नौकरियों में सैफई और उसके आसपास के गांव के जो यादव होते थे उनको थोड़ी छूट मिलती थी। उन्हें नौकरी के लिए 5 लाख रुपए देने पड़ते थे। दूर दराज के जो यादव होते थे उनको 10 लाख रुपए नौकरी के लिए देना पड़ता था। उन्होंने आगे कहा, बसपा की सरकार में भी ऐसे ही था कि दलित है तो 5 लाख, बैकवर्ड है तो 10 लाख और अगर फॉरवर्ड है तो 15 लाख देकर नौकरियां मिलती थी।

अभी लाखों नौकरियां हमने दी हैं और आदमी गर्व से सीना ठोकर कहता है कि 1 रुपया नहीं देना पड़ा। हमने मेरिट के हिसाब से लखनऊ में लोगों को नौकरी दी। मंत्री नन्द गोपाल नंदी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि, समाजवादी की सरकार का कभी एजेंडा नहीं रहा अच्छी सड़के हो। उनका कभी एजेंडा नहीं रहा की इंडस्ट्री आए,उनका कभी यह एजेंडा नहीं रहा की अच्छे अस्पताल हों। उनका एजेंडा रहा कि खुद का परिवार, चाचा का लड़का, बुआ का लड़का और इससे अगर निकाल पाए तो जाति तक सीमित रह गए। ऐसे ही बहुजन समाज पार्टी में भी भ्रष्टाचार रहा।

हमारी सरकार में जनकल्याणकारी योजनाएं अंतिम गांव और अंतिम आदमी तक पहुंची है। देश के 140 करोड़ लोगों के लिए जिस तरह से भलाई से कार्य हुए हैं वो आप देख सकते हैं। 2017 से 2022 तक प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बना है और अब सर्वोत्तम प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है।
इस बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ आरए वर्मा, भाजपा प्रदेश मंत्री व जिला प्रभारी मीना चौबे, जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह, विधायक विनोद सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल आदि पदाधिकारी मौजूद रहे
