वाराणसी
मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभाग भी प्रयासरत – सीएमओ
चल रहा विशेष संचारी रोग नियंत्रण व घर-घर दस्तक अभियान, हो रहीं निरोधात्मक कार्रवाई
अबतक 1.36 लाख से अधिक लोगों का हुआ सर्वेक्षण, 1136 स्थानों पर हुआ स्रोत विनष्टीकरण कार्य
पिछले एक माह में 23,791 घरों में किया भ्रमण, 464 घरों में पाया गया मच्छरों का लार्वा
वाराणसी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि संचारी व मच्छर जनित रोगों मुख्यतः डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ नगर निगम, पंचायती राज विभाग व अन्य विभाग निरंतर प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के साथ ही घर-घर दस्तक अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके तहत अब तक जनपद में आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा 1.36 लाख से अधिक लोगों में सर्वेक्षण किया जा चुका है। इस दौरान 1136 स्थानों पर स्रोत विनष्टीकरण का कार्य कराया गया।
इसी क्रम में शुक्रवार को रामनगर के क्षेत्र मच्छरहट्टा, वार्ड गोलाघाट में जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) शरत चंद पाण्डेय, बायोलोजिस्ट डॉ अमित कुमार सिंह सहित मलेरिया इकाई की टीम ने डेंगू प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान घरों का सर्वे कर डेंगू व अन्य वेक्टर जनित रोगों को लेकर क्षेत्र में की जा रही निरोधात्मक कार्रवाई के बारे जानकारी ली। साथ ही रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय में डेंगू वार्ड में जाकर भर्ती रोगियों से मिलकर उनके स्वास्थ्य व उपचार के जानकारी ली। अधिकारियों की ओर से क्षेत्र में किए जा रहे एंटीलार्वा छिड़काव, स्रोत विनष्टीकरण (जहाँ मच्छर पनपने की गुंजाईश हो उन स्रोतों को समाप्त करना), फॉगिंग के साथ बुखार से ग्रसित लोगों को लक्षण, जांच, निदान, उपचार के साथ बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान पार्षद प्रतिनिधि मनोज कुमार यादव, फाइलेरिया इकाई से कीट संग्रहकर्ता संजय, नगर निगम से निरीक्षक राजनाथ, डीबीसी कर्मी एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।
464 घरों में पाया गया मच्छरों का लार्वा – जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि घर-घर दस्तक अभियान के तहत अब तक जनपद में 1086 व्यक्तियों में बुखार के लक्षण पाये गए। इस दौरान जांच में एक मलेरिया का रोगी पाया गया। इसके अलावा 288 रोगी डेंगू एलाइजा पॉज़िटिव पाये गए। भ्रमण के दौरान सर्दी, खांसी, जुकाम (आईएलआई) के लक्षण वाले 286 मरीज पाये गए। 19 व्यक्तियों में संभावित क्षय रोग के लक्षण पाये गए, जिनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए। 24 व्यक्तियों में संभावित फाइलेरिया के लक्षण पाये गए, जिन्हें जल्द से जल्द जांच कराने के लिए कहा गया। इसके अलावा पिछले एक माह में 23,791 घरों में भ्रमण कर सर्वे किया गया। इस दौरान 1,04,656 पात्रों को खोजा गया जिसमें 464 घरों में मच्छरों का लार्वा पाया गया। इन सभी घरों में सप्ताह में एक से दो बार साफ-सफाई, जल निकासी आदि के लिए विशेष निर्देश दिये गए। इस दौरान मच्छरों का इंडेक्स 1.55 देखा गया। इसके अलावा दस्तक अभियान के अंतर्गत 1086 स्थानों पर क्लोरीनेशन डेमो भी किया गया। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से 174 बैठकें की गईं। स्थानीय महिलाओं के साथ 208 बैठकें आयोजित की गईं।
समस्त विभाग मिलकर कर रहे कार्य – डीएमओ ने बताया कि तीन अक्टूबर से संचालित विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत विभिन्न विभागों ने भी जन जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इस क्रम में नगर निगम की ओर से नगर के सभी 100 वार्ड में फोगिंग व जल निकासी की सफाई की जा रही है। पंचायती राज विभाग की ओर से ग्राम प्रधानों के द्वारा 396 प्रभात फेरी व 346 बैठकें की गईं। 1746 स्थानों की जल निकासी, 1258 झाड़ियों की कटाई, 408 हैंडपंप व 54 प्लेटफॉर्म को रिपेयर किया गया, 26 तालाबों की सफाई की गई तथा 48 स्थानों में जमा गंदगी को दूर किया गया। शिक्षा विभाग की ओर से कुल 974 स्कूल रैली निकाली गईं। पशु विभाग की ओर से 83 संवेदीकरण बैठकें आयोजित की गईं तथा 84 सूअर पालकों को जागरूक किया गया। कृषि विभाग की ओर से मूषक नियंत्रण को लेकर 274 जन जागरूक बैठकें आयोजित की गईं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 12,054 बुखार के रोगियों का परीक्षण कर उपचार किया गया। साथ ही मच्छरों के प्रजनन के लिए 11,965 स्रोतों को दूर किया गया।
