वाराणसी
पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन की ओर से स्वर्गीय चंद्र त्रिपाठी की 35 वीं पुण्यतिथि पर विचार गोष्ठी आयोजित
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी। अविभाजित जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष, चन्दौली की पूर्व सांसद, आल इन्डिया महिला क्रिकेट एसोसिएशन की पूर्व चेयरपरसन, काशी गौरव पंडित कमलापति त्रिपाठी की पुत्र बधू काशी के सांस्कृतिक और सामाजिक और जन सरोकार से जुड़ी अग्रणी पंक्ति की निडर और साहसी नेत्री स्वर्गीय चन्द्रा त्रिपाठी जैसे कोई बिरला ही बन पाता है ।
उक्त विचार आज इंग्लिशयालाइन में पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन की ओर से स्वर्गीय चंद्र त्रिपाठी जी की 35 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किया गया, वरिष्ठ नेता विजय शंकर पांडे की अध्यक्षता में हुई विचार गोष्ठी में उपस्थित लोगों ने अपना विचार प्रकट करते हुए कहा कि चंद्र त्रिपाठी एक ऐसी साहसी और निडर नेता थीं जो अपने कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा और हर वक्त और हर जगह उपलब्ध रहा करतीं थी, इसी का परिणाम है कि उनके जाने के इतने लंबे अरसे के बावजूद भी चंदौली की धरती पर आज भी उन्हें हृदय से स्मरण किया जाता है और उनकी कमी को बराबर महसूस की जाती है, वक्ताओं ने आगे कहा कि उन्होंने जिस तरह से अपने व्यक्तित्व का निर्माण किया और एक परंपरागत उच्च कोर्ट के राजनीतिक घराने में अपनी जगह बनाकर काशी के सामाजिक और संस्कृत जगत में अपनी छाप छोड़ा वह अपने आप में एक अप्रतिम उदाहरण है । जितना उन्हें राजनीति से लगाव था उतना ही उन्हें बनारस की सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से भी लगाव रहा साथ-साथ खेल जगत में भी उनका अविस्मरणीय योगदान रहा एक तरफ जहां वह स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम से होने वाली ऑल इंडिया हॉकी प्रतियोगिता के संयोजन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को खूबसूरती से निभाती थीं वहीं अखिल भारतीय क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरपर्सन के रूप में भी उन्होंने अपना अमूल्य योगदान खेल जगत को दिया था। बनारस के सामाजिक और राजनीतिक जगत मेंन ऐसी नेत्री के ना रहने से एक ऐसी कमी आई है जिसकी पूर्ति नहीं हो सकती । हम सब ऐसी नेत्री और कर्म योगदान को हृदय से सादर नमन करते हैं और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । पूर्व स्मृति चंद्र त्रिपाठी के चित्र पर सभी लोगों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई
विचार गोष्ठी में अध्यक्षता करने वाले विजय शंकर पांडे के साथ साथ उनकी पुत्री अंजलि त्रिपाठी, सुपुत्र राजेशपति त्रिपाठी, पौत्र ललितेश पति त्रिपाठी के अलावा प्रमुख रूप से सर्व राधेलाल एडवोकेट, बैजनाथ सिंह, राधेश्याम सिंह, , भूपेंद्र प्रताप सिंह, डॉक्टर प्रेम शंकर पांडे, विजय कृष्ण राय अनु, पुनीत मिश्रा, मनोज चौबे ,ब्रह्मदेव मिश्रा, संजय तिवारी, महेंद्र सिंह चौहान ,अशोक कुमार पांडे, निशान्त ओझा,मोहम्मद अरशद, कमलाकांत पांडे युवराज पांडे, डॉक्टर संजय चौहान, पिन्टू शेख आदि लोगों ने अपनी भावान्जलि प्रकट किया ।
