अपराध
फूलपुर पुलिस ने फर्जी पुलिस वाला बनकर डकैती करने व रूपये की मांग करने वाले तीन अभियुक्त को किया गिरफ्तार, कब्जे से लूट की बोलेरो माल वाहक वाहन बरामद
वाराणसी। 25/ 26 जुलाई की रात्रि में अभियुक्तगण द्वारा बाबतपुर के पास से बोलेरो माल वाहक वाहन सं० UP42 BT 5865 को रोककर अपने आप को डायल-100 की पुलिस बताते हुए, वाहन चालक से वाहन छीन कर भाग गये, उक्त वाहन को छोड़ने के लिए 150000/- रूपये की माँग किये न देने पर वाहन को चौक थाने पर सीज करने की धमकी देने लगे थाना फूलपुर पुलिस द्वारा वादी की तहरीर पर मु0अ0सं0 269 /2023 धारा 384,395,412,120-B भा0द0वि० बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही की जा रही थी। घटना से सम्बन्धित अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु पुलिस उपायुक्त गोमती जोन व अपर पुलिस उपायुक्त गोमती जोन द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त पिण्डरा के नेतृत्व में थाना फूलपुर को टीम गठित कर निर्देशित किया गया था।
इसी क्रम में आज थाना फूलपुर पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर खालिसपुर रेलवे क्रासिंग के पास ककरीट प्लांट के पास से फर्जी पुलिस वाला बनकर वाहन लूटने व वाहन छोड़ने के एवज में रूपयों की मांग करने के सम्बन्ध में पंजीकृत मु0अ0सं0 269/23 धारा 384,395,412, 120 B भा0द0वि० सम्बन्धित अभियुक्तगण रोहित कुमार पुत्र ओमकार, निवासी ग्राम परानापट्टी, थाना- चोलापुर जनपद वाराणसी उम्र 30 वर्ष, आशीष कुमार पुत्र स्व0 नंदू राम निवासी ग्राम भदेवली, थाना सिंधौरा, जनपद वाराणसी उम्र 33 वर्ष, व चन्द्रभूषण शर्मा पुत्र प्रेमनाथ शर्मा, निवासी ग्राम इजरी, थाना जलालपुर, जनपद जौनपुर उम्र 19 वर्ष को गिरफ्तार कर कब्जे से लूट की बोलेरो माल वाहक वाहन UP42 BT5865 बरामद कर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। इनके दो साथी राहुल यादव पुत्र सुरेश यादव, निवासी ग्राम तालाबेला, थाना- चोलापुर जनपद वाराणसी व धीरज यादव, निवासी दुल्लापुर, थाना जलालपुर जनपद जौनपुर अन्धेरे का फायदा उठाकर भाग गये।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त रोहित कुमार ने बताया कि 25/26 जुलाई की रात्रि में मैं और मेरे दोस्त आशीष कुमार, राहुल यादव, धीरज यादव तथा शुभम सिंह मिलकर लूट की योजना बनाकर फर्जी पुलिस वाला बनकर, बोलेरो वाहन को रोककर ड्राइवर व खलासी को मार-पीट कर वाहन को चौक थाने ले जाकर सीज करने की धमकी देकर वाहन लेकर भाग गये हम लोग वाहन पर लिखे मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क कर 150000/- रु० की मांग करने
लगे। उक्त सम्पर्क नम्बर से कोई जवाब न मिलने पर शुभम सिंह के मित्र चन्द्रभूषण शर्मा के बताये गये स्थान पर छिपा दिये थे। उपरोक्त वाहन को बेचने के फिराक में थे की आप लोगो ने पकड़ लिया।
