पूर्वांचल
NDDB के मार्गदर्शन में ग्राम स्तरीय घरेलू बायोगैस आपूर्ति परियोजना का हुआ शुभारंभ
चंदौली| चंदौली जिले के एकौनी गांव में 5000 कि.ग्रा. प्रतिदिन गोवर प्राप्ति क्षमता एवं 200 घन मीटर प्रतिदिन बायोगैस उत्पादन क्षमता का एक बायोगैस संयंत्र स्थापित किया गया है। यह बायोगैस संयंत्र NDDB के मार्गदर्शन से एक प्रगतिशील डेयरी किसान श्री नागेंद्र सिंह की “नन्द सदन गौशाला, ग्राम एकौनी में साफ बायोगैस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य एकौनी गांव के 120 घरों में पाइपलाइन के माध्यम से चौबीस घंटे रसोई ईंधन के रूप में बायोगैस की आपूर्ति करना है।
27 जुलाई को इस परियोजना का शुभारंभ अतुल चतुर्वेदी, सचिव, पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार के करकमलों द्वारा, NDDB के अध्यक्ष मिनेश शाह की गरिमामयी उपस्थिति में किया जायेगा। साथ ही साथ क्षेत्र के किसानों में बायोगैस स्लरी से बने जैविक खाद के उपयोग के प्रसार हेतु, NDDB के ट्रेडमार्क “सुधन” जैविक खाद का वितरण भी किसानों को किया जायेगा |
इस परियोजना को धरातल पर उतारने के लिये NDDB ने SAAF एनर्जी को परियोजना का प्रारूप बनाने, गौशाला का चयन करने तथा गोबर एकत्रीकरण के लिए एक प्रणाली स्थापित करने में मदद की है। यह बायोगैस संयंत्र, वाराणसी डेयरी प्लांट से लगभग 5 कि.मी. की दूरी पर है। इस परियोजना को सस्टेन प्लस एनर्जी फाउंडेशन (टाटा ट्रस्ट द्वारा समर्थित) से वित्तपोषण सहायता प्राप्त हुई है। उद्यमी द्वारा प्रायोजित पाइप्ड बायोगैस ग्रिड नेटवर्क बनाने एवं बायोगैस स्लरी आधारित खाद संवर्धन करने वाली यह प्रदेश की पहली ऐसी परियोजना है।
आगामी दिनों में NDDB किसानों तथा बायोगैस के ग्राहकों से वित्तीय लेनदेन के प्रबंधन के लिए भी एक व्यवस्था विकसित करने तथा बायोगैस संयंत्र से निकलने वाली स्लरी (घोल) के प्रबंधन और खाद प्रसंस्करण पहलुओं में भी SAAF एनर्जी को समुचित सहायता प्रदान करेगी।
बायोगैस संयंत्र की लगभग 5 मीट्रिक टन प्रतिदिन गोबर की आवश्यकता गौशाला में उपलब्ध डेयरी पशुओं और गांव के भीतर या गांव के आसपास के किसानों से पूरी होने की उम्मीद है। SAAF एनर्जी इस संयंत्र का परिचालन करेगी जिसके लिए उन्होंने कुशल एवं प्रशिक्षित लोगों की एक टीम बनाई है। यह संयंत्र प्रतिदिन लगभग 200 घन मीटर बायोगैस उत्पादन करने में सक्षम होगा। सभी 120 परिवारों को उनकी आवश्यकता के अनुसार प्रतिदिन लगभग 1.2 से 2 घन मीटर बायोगैस पाइपलाइन से प्राप्त होगी और उनके उपभोग के अनुसार प्रति माह बिल जारी होगा। अंततः परियोजना को 150 घरों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा |