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गोरखपुर

अधिवक्ताओं के सम्मान और हक़ की लड़ाई में समर्पित बलवंत शाही मैदान में, जीत के लिए मांगा समर्थन

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गोरखपुर। बार काउंसिल सदस्य पद के प्रत्याशी बलवंत शाही इन दिनों पूरे गोरखपुर मंडल ही नहीं बल्कि पूर्वांचल के कई जिलों में अधिवक्ता बंधुओं से संवाद कर रहे हैं। उनका ये दौरा भावनात्मक अपील, समर्पण और अधिवक्ता हितों के लिए संकल्प का प्रतीक माना जा रहा है। गोरखपुर मंडल, बस्ती मंडल, अयोध्या-फैजाबाद, बाराबंकी, आज़मगढ़, मऊ, वाराणसी, जौनपुर सहित तमाम जिलों का भ्रमण करते हुए श्री शाही हर जगह अधिवक्ता साथियों से करबद्ध निवेदन करते नज़र आए कि वे उन्हें अपने आशीर्वाद स्वरूप बहुमूल्य मत देकर विजयी बनाएं।

बलवंत शाही ने कहा कि बार के सम्मान, सुरक्षा और अधिकारों की लड़ाई में उनका पूरा जीवन समर्पित रहेगा। उन्होंने अधिवक्ताओं को भरोसा दिलाया कि यदि वे उनके प्रतिनिधि के रूप में चुने जाते हैं, तो अधिवक्ताओं के किसी भी संघर्ष, किसी भी समस्या और किसी भी आंदोलन में वे कदम से कदम मिलाकर खड़े रहेंगे। उनका स्पष्ट कहना था कि अधिवक्ता समाज केवल पेशे का हिस्सा नहीं, बल्कि न्याय व्यवस्था की रीढ़ है, और उसके सम्मान में कोई कमी आने नहीं दी जाएगी।

अपने जनसम्पर्क अभियान में बलवंत शाही ने पंद्रह सूत्रीय मांगों को प्रमुखता से रखा। इन मांगों में अधिवक्ताओं की सुरक्षा कानून, चेंबर सुविधा, युवा अधिवक्ताओं को आर्थिक सहयोग, वरिष्ठ अधिवक्ताओं के लिए सम्मानित दर्जा, स्वास्थ्य सुविधा, पुस्तकालयों का सुदृढ़ीकरण, डिजिटल कोर्ट व्यवस्था में सहयोग, न्यायालय परिसर में मूलभूत सुविधाओं का विस्तार जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल रहे। उन्होंने कहा कि ये केवल वादे नहीं, बल्कि उनकी आत्मा की पुकार है, जिसके लिए वे हर स्तर पर संघर्ष करने को तैयार हैं।

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अधिवक्ताओं के बीच वे केवल एक प्रत्याशी नहीं, बल्कि एक ऐसे साथी के रूप में सामने आए जो उनके सुख-दुख में हमेशा उपस्थित रहने का वचन देता है। उनके शब्दों में विश्वास था, विनम्रता थी और अधिवक्ता हितों के लिए समग्र समर्पण का आह्वान था। अंत में उन्होंने आग्रह किया कि “आपका एक-एक मत केवल मुझे नहीं, बल्कि अधिवक्ता समाज के सशक्त भविष्य को मिलेगा।”

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