गोरखपुर
चटोरी गली में लगी आग, फायर ब्रिगेड की मुस्तैदी से टला बड़ा हादसा
गोरखपुर। शहर की चर्चित व भीड़भाड़ वाली चटोरी गली में बीती शाम करीब 7 बजे अचानक आग लग गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि फायर ब्रिगेड टीम की तत्परता और स्थानीय लोगों के सहयोग से आग पर समय रहते काबू पा लिया गया और एक बड़ा हादसा टल गया। यह राहत की बात रही कि घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन दो दुकानों में रखे सामान को नुकसान पहुंचा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चटोरी गली में बीते कई दिनों से वेल्डिंग और निर्माण का काम जारी था। घटना के समय भी वेल्डिंग का कार्य चल रहा था, तभी मशीन से निकली चिंगारी पास ही रखे फाइबर सामग्री पर गिर गई, जिसके कुछ ही सेकंड बाद आग ने विकराल रूप लेना शुरू कर दिया। दुकानदारों का आरोप है कि ठेकेदार व निर्माण कर्मियों को कई बार सावधान किया गया, क्योंकि वेल्डिंग से लगातार चिंगारियां उछलती रहती थीं, लेकिन सुरक्षित व्यवस्था करने की उनकी ओर से कोई कोशिश नहीं की गई।
स्थानीय दुकानदारों ने कहा कि “लापरवाही ने बड़ा नुकसान करा दिया”, यदि पहले से सुरक्षा उपाय कर दिए जाते तो आग जैसी घटना न होती। इसके विपरीत, मौके पर मौजूद सिविल इंजीनियर सौरव चौधरी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही दुकानदारों को साफ निर्देश दिया था कि रात में काम होगा, इसलिए दुकान के बाहर सामान न रखा जाए। लेकिन, दुकानदारों द्वारा सामान हटाया नहीं गया जिससे चिंगारी सामग्री में गिरकर आग लग गई।
घटना की सूचना मिलते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) संतोष कुमार राय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आग पर तुरंत नियंत्रण पा लिया। उन्होंने बताया कि चटोरी गली पहुंचने पर दिल्ली सिक्स मोमोज और मुरादाबादी बिरयानी की दुकानों में आग जलती मिल रही थी, जिसे पूर्ण रूप से बुझा दिया गया। उन्होंने कहा कि जनहानि नहीं हुई है, जबकि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का संभावित कारण माना जा रहा है, हालांकि वेल्डिंग की चिंगारी की बात भी जांच में शामिल है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से संकीर्ण बाजार क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों का पालन कराने और निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा उपकरणों की अनिवार्यता सुनिश्चित किए जाने की मांग की है। घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है ।
