गोरखपुर
मेडिकल में एडमिशन के नाम पर 10 लाख की ठगी करने वाला शातिर ठग गिरफ्तार
गोरखपुर। मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर भारी रकम हड़पने वाले एक शातिर ठग को रामगढ़ताल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी विनय कुमार शाही अपनी पहचान और प्रभाव का हवाला देकर अभिभावकों को भरोसे में लेता था और निजी मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम वसूलता था। इस बार उसने एक परिवार से कुल 10 लाख रुपये ले लिए, लेकिन न तो एडमिशन करवाया और न ही रकम वापस की। पीड़िता की शिकायत पर सक्रिय हुई पुलिस ने आरोपी को धर-दबोचा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर द्वारा जिले में अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन, क्षेत्राधिकारी कैंट के पर्यवेक्षण और थानाध्यक्ष रामगढ़ताल के नेतृत्व में उपनिरीक्षक रामसिंह की टीम ने आरोपी की गिरफ्तारी की।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान विनय कुमार शाही पुत्र दीनानाथ शाही, निवासी ग्राम बेलथरी, थाना कुचायकोट, जनपद गोपालगंज (बिहार)। वर्तमान में वह प्लॉट नंबर 302, ब्लॉक नंबर 28, फेस-2 बसुधरा एन्क्लेव, तारामंडल, थाना रामगढ़ताल में रह रहा था। पुलिस के अनुसार आरोपी खुद को नीट एडमिशन में प्रभावशाली संपर्क वाला व्यक्ति बताकर लोगों को भ्रमित करता था।
दिनांक 01 नवंबर 2024 को पीड़िता ने थाना रामगढ़ताल में तहरीर देकर बताया कि आरोपी ने उनकी पुत्री को नीट परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर एक निजी मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने का आश्वासन दिया था। एडमिशन प्रक्रिया के नाम पर उसने कुल 10 लाख रुपये ले लिए। काफी समय बीत जाने के बाद भी न एडमिशन हुआ और न ही पैसे वापस किए गए। लगातार मांगने पर आरोपी ने धमकी देना भी शुरू कर दिया। पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई और तकनीकी तथा मानवीय खुफिया के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक राम सिंह, कुश कुमार राय, कांस्टेबल रामपुकार गिरी और राजेश शाह शामिल रहें।
पुलिस आरोपी से पूछताछ कर उसके नेटवर्क और अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान में जुट गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी कोर्स में एडमिशन के नाम पर बिना सत्यापन बड़ी रकम न दें।
