अपराध
बैंक खाता में KYC अपडेट कराने के बहाने उड़ाए 119000 रूपये, दो गिरफ्तार
धोखाधड़ी की 22000 रूपये व घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी।प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदक मेवालाल निवासी ग्राम सिंधीताली चन्दौली, द्वारा साइबर क्राइम पुलिस थाना वाराणसी पर सूचना दी गयी कि उसके भारतीय स्टेट बैंक के रामनगर, वाराणसी के पेंशन खाता से 15. सितंबर 2021 से 05. अक्टूबर 2021 के बीच में लगातार धनराशि फर्जी ATM के माध्यम 119000/- की धनराशि से निकासी की गयी है। उक्त प्रार्थना पत्र की जांच चन्द्रदीप कुमार को सुपूर्द किया गया, अतः बैंक से लगातार संपर्क कर विवरण प्राप्त कर तथा अन्य साक्ष्य संकलन से स्पष्ट हुआ कि उक्त घटना में भारतीय स्टेट बैंक के संविदा कर्मचारी का ही हाथ है, जिस पर चन्द्रदीप कुमार की जांच रिपोर्ट के आधार पर 8 मार्च को साइबर क्राइम थाना पर मुकदमा व 66 आईटी एक्ट पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी ।
इस प्रकरण में उच्चाधिकारीगण को भी अवगत कराया गया था, जिस पर अपर पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम लखनऊ,पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम लखनऊ, पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी परिक्षेत्र वाराणसी के. सत्यनारायण , क्षेत्राधिकारी पिंडरा /नोडल अधिकारी साइबर क्राइम अभिषेक पाण्डेय द्वारा साक्ष्य संकलन/अनावरण एवं गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था जिसके अनुपालन में संकलित साक्ष्यों के अवलोकन के उपरान्त अभियुक्तगण सुनील पुत्र रामजी निवासी चन्द्रिका नगर कालोनी, थाना सिगरा, वाराणसी व रोहित कुमार पुत्र मेवालाल निवासी चन्द्रिका नगर, महमूरगंज, थाना सिगरा वाराणसी छित्तूपुर, की संलिप्तता प्रमाणित हुई । जिस पर 9 मार्च को दुर्गा मंदिर रामनगर, वाराणसी के पास अभियुक्तगण सुनील कुमार व रोहित कुमार को गिरफ्तार किया गया । विवेचनात्मक कार्यवाही पूरी कर उपरोक्त अभियुक्त का चालान माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है ।
पूछताछ में अभियुक्त सुनील ने बताया कि मैने एम.काम तक शिक्षा प्राप्त की है, मुझे कम्प्यूटर की भी जानकारी है । मै भारतीय स्टेट बैंक , शाखा- रामनगर , वाराणसी में बतौर डाटा इन्ट्री आपरेटर कार्य कर रहा हूं , बैंक मैनेजर द्वारा के.वाई .सी. संबन्धित इन्ट्री करने के लिए दिया जाता था , इसी दौरान मैने एक पेंशन खाता जो मेवालाल के नाम से था और काफी दिनों से संचालित नही हो रहा था, तब मेरे मन में लालच आ गया और मैने इस पैसे को निकालने प्लान बनाया । तब मैने एक ऐसे व्यक्ति की तलाश की जिसका नाम खाताधारक से मिलता हो । इसके बाद मेरी मुलाकात मेरे घर के पास रहने वाले रोहित कुमार पुत्र मेवालाल से हुई चूकि इसके पिता का भी नाम मेवालाल था जिसको मैने सारी बात बतायी और रोहित कुमार हिस्सेदारी लेने के नाम पर अपना मोबाइल नंबर व अपने पिता का आधार कार्ड दे दिया और मैने उक्त खाता का केवाईसी करते समय रोहित कुमार का मोबाइल नंबर तथा उसके पिता मेवालाल का आधार कार्ड लगाकर उक्त खाते को अपडेट कर दिया और मैने रोहित से उक्त नंबर प्राप्त कर अपने मोबाइल पर योनो एप इंटाल कर यूजर पासवर्ड बनाया और वाराणसी के विभिन्न ए.टी.एम. से योनो एप के माध्यम से 119000 रूपये निकाल लिया , चूकि वादी के खाता में नंबर रोहित का था इसलिए वादी को कोई मैसेज नही गया और हमलोगों ने रूपये निकाल कर आपस में बांट लिये थे । जब वादी एक दिन शाखा पर पैसा निकालने आया है तथा उसने बैंक में इस बात की शिकायत किया कि मेरे खाते से पैसा बिना मेरे जानकारी के निकल गया है ,इसके बाद मैने पैसा निकालना बंद कर दिया ।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 2 मोबाइल व धोखाधड़ी की गयी धनराशि का 22000 रूपये नगद बरामद की है।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम के सदस्य में
- प्रभारी निरीक्षक राहुल शुक्ल
- निरीक्षक विजय नारायण मिश्र
- उ.नि. चन्द्रदीप कुमार
- उ.नि. सुनील कुमार यादव
- हे.का. श्याम लाल गुप्ता
- हे.का. आलोक कुमार सिंह
- हे.का. प्रभात कुमार द्विवेदी
- का. गोपाल चौहान व समस्त साइबर क्राइम पुलिस थाना टीम ।