मिर्ज़ापुर
जिला महिला चिकित्सालय में कन्या जन्मोत्सव का आयोजन

मिर्जापुर। मिशन शक्ति अभियान के तहत जिला महिला चिकित्सालय में बुधवार को कन्या जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने की। उन्होंने मां विंध्यवासिनी के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की और सभी उपस्थित लोगों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया।
कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी ने कन्या जन्मोत्सव के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मिशन शक्ति अभियान का लक्ष्य समाज में बेटियों के जन्म पर सकारात्मक दृष्टिकोण बनाना है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मंचासीन अतिथियों के साथ 25 नवजात बच्चियों के हाथों से केक कटवाया और उनके अभिभावकों को बेबी किट, बेबी नेट बेड, वस्त्र किट और बधाई पत्र भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही बच्चियों के नाम पर फलदार पौधे भी लगाए गए।
जिलाधिकारी ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं हैं, बल्कि आज हर क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष ध्यान दें।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के एल वर्मा ने अभिभावकों को नवजात बच्चियों की स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। प्रभारी जिला महिला चिकित्सालय वंदना मौर्य ने माताओं को स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों और जननी सुरक्षा योजना की जानकारी दी।
जिला महिला सशक्तिकरण हब की डॉक्टर मंजू यादव ने कार्यक्रम का संचालन किया और उपस्थित जनसमूह को कन्या सुमंगला योजना समेत अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। वन स्टॉप सेंटर की पूजा मौर्य ने महिलाओं को दी जाने वाली कानूनी और सामाजिक सहायता सेवाओं के बारे में बताया।
जिला बाल संरक्षण इकाई से नगीना सिंह ने चाइल्डलाइन, शक्ति सदन और एसएए जैसी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं दिव्या जायसवाल, शालिनी देवी, सीता सिंह और डाली गुप्ता ने सभी को “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के स्टीकर लगाए और विभागीय योजनाओं के पंपलेट वितरित किए।
कार्यक्रम का समापन पौधरोपण के साथ किया गया। इसके अलावा जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कन्या जन्मोत्सव मनाया गया और पौधरोपण किया गया। इस अवसर पर महिला चिकित्सालय का पूरा स्टाफ, महिला सशक्तिकरण विभाग के कर्मी, वन स्टॉप सेंटर और जिला बाल संरक्षण इकाई की टीमें उपस्थित रहीं।