गाजीपुर
बदहाल सड़क पर फूटा लोगों का गुस्सा, धान की रोपाई कर जताया विरोध

गाजीपुर। आदर्श बाजार की जर्जर सड़कों से परेशान लोगों का सब्र आखिरकार जवाब दे गया। ब्लू बर्ड स्कूल के सामने की सड़क पर जलभराव और गड्ढों से त्रस्त स्थानीय लोगों ने शनिवार को अनोखे अंदाज़ में विरोध जताते हुए सड़क के गड्ढों में धान की रोपाई कर दी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बारिश के मौसम में सड़कें दलदल बन गई हैं, जिससे बच्चों, राहगीरों, बाइक चालकों और टेंपो संचालकों को रोज़ाना भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी सुरेश कुमार कुशवाहा, उपेंद्र यादव, कुनिल और बृजेश कुमार ने कहा, “कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सड़क अब सड़क नहीं, बल्कि धान की खेती लायक खेत बन गई है।”
मानव उदय फाउंडेशन के अजीत कुमार सिंह ने कहा कि, “यह रास्ता मौत का फंदा बन गया है। बच्चे हों या बुजुर्ग, सभी गिरकर घायल हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को इससे कोई सरोकार नहीं लग रहा।” प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब स्थानीय विधायक और राज्यसभा सांसद का आवास भी इसी क्षेत्र में है, तो फिर जनता की इस बुनियादी समस्या को अनदेखा क्यों किया जा रहा है?
इस विरोध प्रदर्शन में उपेंद्र यादव, फौजदार मोहन, एम. राजू समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता और जल निगम के अवर अभियंता से टेलीफोन पर वार्ता की गई, लेकिन दोनों का जवाब संतोषजनक नहीं रहा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही सड़क मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ, तो आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा। लोग अब सोशल मीडिया पर भी इस समस्या को उजागर कर रहे हैं और स्थानीय प्रशासनिक कार्यालयों के घेराव की रणनीति पर विचार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि आदर्श बाजार गाजीपुर का व्यस्ततम इलाका है, जहां प्रतिदिन हजारों लोग आवागमन करते हैं। क्षेत्र में ब्लू बर्ड जैसे प्रतिष्ठित स्कूल के बावजूद सड़कों की यह हालत प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है।
लोगों ने मांग की है कि संबंधित विभाग और प्रशासन अविलंब संज्ञान लें तथा सड़क मरम्मत कार्य तत्काल शुरू कराएं, जिससे आम नागरिकों को राहत मिल सके। साथ ही, स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाते हुए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि जनता का भरोसा लोकतंत्र पर बना रहे।