गाजीपुर
रोवर्स-रेंजर्स समागम का भव्य समापन
युवाओं में नेतृत्व और एकता को मिला नया आयाम
गाजीपुर। पी० जी० कॉलेज में आयोजित जनपद स्तरीय 33वें दो दिवसीय रोवर्स-रेंजर्स समागम का समापन हुआ। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व क्षमता, सामाजिक जिम्मेदारी और अनुशासन को बढ़ावा देना था।
समापन समारोह में कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि ऐसे समागम विद्यार्थियों को जीवन मूल्यों से जोड़ते हैं और समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता बढ़ाते हैं। उन्होंने युवाओं को सही दिशा देने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, “युवा शक्ति को एकजुट करना और सेवा भाव विकसित करना हमारी जिम्मेदारी है।”
दो दिवसीय आयोजन में उत्साह से भरे रहे प्रतिभागी
इस समागम के पहले दिन उद्घाटन समारोह, परेड और शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित हुए, जबकि दूसरे दिन प्रतिभागियों ने विभिन्न रोमांचक प्रतियोगिताओं में भाग लिया। इनमें टेंट निर्माण, पुल निर्माण, नाटक, झांकी, लोकगीत, लोक नृत्य, प्राथमिक उपचार, सैंड स्टोरी, क्विज, पोस्टर निर्माण सहित कुल 20 प्रतियोगिताएं शामिल रहीं।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और सामुदायिक सेवा गतिविधियों का आयोजन हुआ, जिसने पूरे माहौल को उत्साह और प्रेरणा से भर दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनोज कुमार मिश्र ने किया।
प्रतियोगिता में रोवर्स और रेंजर्स ने दिखाया दम
इस वर्ष की प्रतियोगिता में रोवर्स वर्ग में पी० जी० कॉलेज, गाजीपुर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि महात्मा गांधी सती स्मारक महाविद्यालय, गरूआ मकसूदपुर दूसरे स्थान पर रहा। वहीं, रेंजर्स वर्ग में पी० जी० कॉलेज, गाजीपुर ने बाजी मारी और राजकीय महिला महाविद्यालय, गाजीपुर की टीम उपविजेता रही।
समापन समारोह में विजेताओं को पुरस्कृत करने के लिए प्राचार्य प्रो. (डॉ.) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय, मुख्य अतिथि स्काउट गाइड के प्रादेशिक संगठन कमिश्नर हीरालाल यादव और विशिष्ट अतिथि सहायक प्रादेशिक संगठन कमिश्नर सुश्री रविंद्र कौर उपस्थित रहे।
पी० जी० कॉलेज ने दिया युवाओं को नई प्रेरणा
प्राचार्य प्रो. (डॉ.) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में पी० जी० कॉलेज, गाजीपुर ने इस आयोजन को यादगार बनाया। उन्होंने आयोजकों की मेहनत की सराहना करते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को जारी रखने की बात कही।
यह समागम न केवल युवाओं के व्यक्तित्व विकास को प्रोत्साहित करने वाला साबित हुआ, बल्कि सामाजिक एकता को भी मजबूती देने वाला रहा। इस आयोजन से मिले अनुभवों और सीखों ने विद्यार्थियों को नई दिशा दी, जिससे वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित हुए।