गाजीपुर
हथियाराम मठ पहुंचे बृजभूषण, कहा- “चमत्कारों को भी मिलना चाहिए वैज्ञानिक सम्मान”

गाजीपुर। जनपद के ऐतिहासिक सिद्धपीठ हथियाराम मठ में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद और कुश्ती संघ के वरिष्ठ नेता बृजभूषण शरण सिंह का भव्य आगमन हुआ। वे दोपहर 11:50 बजे हेलीकॉप्टर से मठ परिसर पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। कुश्ती दंगल के अध्यक्ष संजय सिंह समेत अनेक आचार्यों और गणमान्य लोगों ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया।
पूर्व सांसद ने ठीक 12:00 बजे महामंडलेश्वर भवानी नंदन यति के सान्निध्य में मां बुढ़िया माई के दरबार में विधिवत पूजन-अर्चन किया। इसके पश्चात उन्होंने महामंडलेश्वर से मठ की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक विरासत की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि मां बुढ़िया माई का मंदिर लगभग 900 वर्ष पुराना है, जहां मिट्टी से बनी देवी प्रतिमा को मां दुर्गा का ही रूप माना जाता है। मान्यता है कि यहां पूजा करने से लकवा जैसे असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। मरीजों को 40 दिन विशेष नियमों का पालन करते हुए मठ परिसर में रहना होता है और 41वें दिन वे स्वस्थ होकर घर लौटते हैं।

यह भी सामने आया कि इस सिद्धपीठ का संबंध दक्षिण भारत के पवित्र तिरुपति बालाजी मंदिर से जोड़ा जाता है। भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र के जखनियां के पास स्थित यह मठ न केवल आध्यात्मिक साधना का केंद्र है, बल्कि चमत्कारी अनुभवों के कारण दूर-दराज़ से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
पूजन के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने मठ परिसर में उपस्थित पहलवानों से भेंट की और उनके साथ स्मृति स्वरूप तस्वीरें भी खिंचवाईं। बाद में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि जिस प्रकार चिकित्सा विज्ञान रोगों का समाधान है, उसी प्रकार श्रद्धा और आस्था भी चमत्कारी ढंग से लोगों को रोगमुक्त करती हैं। उन्होंने हथियाराम मठ को आध्यात्मिक धरोहर बताते हुए इसके संरक्षण और प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया।