वाराणसी
सड़क चौड़ीकरण ने बदला दालमंडी बाजार का मिजाज, बढ़ी व्यापारिक संभावनाएं
वाराणसी। दालमंडी में सड़क चौड़ीकरण को लेकर जारी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई ने क्षेत्र के बाजार और संपत्ति मूल्यों में बड़ा बदलाव ला दिया है। बीते 29 अक्तूबर से यहां दुकानों और मकानों पर प्रशासन का हथौड़ा चलना शुरू हुआ, जिसके बाद इलाके में जमीनों के रेट तेजी से बढ़े हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, पहले जहां 10×10 फीट (100 वर्ग फीट) की दुकानों की कीमत 25–30 लाख रुपये से अधिक नहीं थी, वहीं अब यही दुकानें 60 लाख रुपये से ऊपर बिकने लगी हैं। चौड़ीकरण के बाद व्यापारिक संभावनाएं बढ़ने के कारण यह तंग गली वाला पुराना बाजार अब शहर के महंगे व्यावसायिक क्षेत्रों में गिना जाने लगा है।
रियल एस्टेट कारोबारियों का कहना है कि छोटी दुकानें भी अब ‘सोने का सौदा’ साबित हो रही हैं। पिछले साल तंग गलियों के कारण निवेशक यहां आने में हिचकते थे, लेकिन जैसे ही चौड़ीकरण की घोषणा हुई और उस पर अमल शुरू हुआ, बाजार के लिए नए अवसर खुल गए। कारोबारियों का मानना है कि सड़क चौड़ी होने के बाद ग्राहकों का आवागमन बढ़ेगा, दुकानों का स्वरूप बदलेगा और व्यापार का दायरा भी बढ़ेगा। बाहरी क्षेत्र के लोग भी अब यहां आने लगेंगे, जिससे बाजार में नई चमक आएगी।
Dalmandi चौड़ीकरण की जद में न आए भवनों के मालिक भी अब भवनों को नए सिरे से डिजाइन करने या उन्हें बेचकर शहर के अन्य क्षेत्रों में जाने की तैयारी में हैं। कई इमारतों में अधिक दुकानों के निर्माण पर विचार शुरू हो चुका है।
इसी बीच, दालमंडी चौड़ीकरण योजना के तहत सत्तार कटरे के बचा हुआ निर्माण भी ध्वस्त कर दिया गया। मजदूरों द्वारा हथौड़े से ढांचा तोड़ा गया और मलबा हटाने की कार्रवाई की गई। पूरे दिन पुलिस चौकसी में लगी रही और माहौल सामान्य बना रहा। चौक थाने में खोले गए पीडब्ल्यूडी कैंप कार्यालय में लोग पूछताछ करने पहुंचे।
बाजार में दुकानों के खुलने के साथ ध्वस्तीकरण और बढ़ती कीमतों को लेकर स्थानीय व्यापारियों और निवासियों में चर्चा का दौर जारी है। दालमंडी का परिवर्तित रूप अब शहर के रियल एस्टेट और व्यापारिक गतिविधियों के केंद्र में आ गया है।
