चन्दौली
संशोधन विधेयक पर वकीलों ने जतायी नाराजगी, काली पट्टी बांधकर किया विरोध

चंदौली (जयदेश)। प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 को लेकर शुक्रवार को संयुक्त बार एसोसिएशन के तत्वावधान में अधिवक्ताओं ने अपने-अपने हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विराग पांडेय को ज्ञापन सौंपकर काला कानून वापस लेने की मांग दोहराई।
बताते चलें कि, प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक में कई प्रकार की खामियां है। इससे अधिवक्ता हित को क्षति पहुंचने की पूरी संभावना है। उक्त प्रस्तावित बिल के विरोध में सदर तहसील परिसर में संयुक्त बार एसोसिएशन के आहवान पर शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मौके पर उपस्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विराग पांडेय को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान पूर्व महामंत्री अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने कहा कि यह विधेयक बार काउंसिल की स्वायत्ता को कमजोर करने वाला है। इससे अधिवक्ताओं के मौलिक अधिकारों का भी हनन होगा। झन्मेजय सिंह ने कहा कि यह सीधे तौर पर अधिवक्ताओं की एकता को तोड़ने का षड्यंत्र है। इसे हम सभी लोग इसका अंतिम सांस तक विरोध जारी रखेगे।
सिविल बार अध्यक्ष विनय कुमार सिंह व डिस्ट्रिक्ट डेमोक्रेटिक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अधिवक्ता संशोधन विधेयक-2025 में कई ऐसे नियमों को शामिल किया गया है। इससे अधिवक्ता हित प्रभावित होगा। इसमें बार काउंसिल आफ इंडिया की स्वतंत्रता व अधिवक्ताओं के ऊपर अत्याचार करने व उनके मौलिक अधिकारों को छिनने का प्रयास किया गया है। इस संबंध में कानून मंत्री के नाम संबोधित पत्रक ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंपा गया है। इसके उनके द्वारा सकारात्मक पहल नहीं की गई तो अधिवक्ता आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। अध्यक्षद्वय ने कहा कि इस प्रकार नया विधेयक किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर चंद्रमणि त्रिपाठी, चन्द्रभानु सिंह, अनिल सिंह, संतोष सिंह, अजय मौर्य, संजीव श्रीवास्तव, रमाकांत केशरी, राजेश कुमार, विद्याचरण सिंह, संतोष सिंह, शैलेन्द्र कुमार सिंह, मोहम्मद शहाबुद्दीन, राज बहादुर सिंह, संदीप रघुवंशी, मणिशंकर राय, सुल्तान अहमद, लाल प्यारे श्रीवास्तव, हरेन्द्र प्रताप सिंह, राघवेन्द्र सिंह, आनंद सिंह, शमशुद्दीन, हरेंद्र प्रताप सिंह, पंचानन पांडेय, सुजीत सिंह, रमाशंकर यादव, अभिनव आनंद सिंह, दुष्यंत यादव, राम प्रकाश मौर्य, अवकाश कुमार आदि मौजूद रहे।