पूर्वांचल
“संविधान लिखित दस्तावेज ही नहीं बल्कि जीवन जीने का अधिकार” : डॉ. रामविलास भारती

संविधान दिवस के अवसर पर मऊ जिले के घोसी ब्लॉक स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय धरौली में “भारत का संविधान” अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ. रामविलास भारती के नेतृत्व में हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत भारतरत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई इसके बाद बच्चों ने संविधान की प्रस्तावना का शपथ लिया।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। इस अवसर पर डॉ. रामविलास भारती ने कई स्वयं सहायता समूहों और महिला अभिभावकों को भारत का संविधान भेंट किया जबकि केंद्रीय कृषि विभाग के बीज उत्पादन अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. महेन्द्र कीर्ति ने सभी को धम्म पद पुस्तक भेंट की।
डॉ. भारती ने इस अवसर पर बताया कि अब तक “भारत का संविधान” की हजारों प्रतियां घर-घर वितरित की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि संविधान केवल एक लिखित दस्तावेज नहीं है बल्कि यह जीवन जीने का आधार है।
मुख्य अतिथि डॉ. महेन्द्र कीर्ति ने संविधान के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यह न केवल नागरिकों की रक्षा करता है बल्कि मानवता के कल्याण के लिए भी प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम में ग्राम प्रधान बालचंद, एस.एम.सी. अध्यक्ष बदामी, मेहंदी रजा, कमलेश राय, नीलम पटेल, सुनीता, अंजू, मंजू, ललिता, पूजा, अंजलि, धीरज, गुंजा, अनिता, करुणा निधि और कौशल समेत कई अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मेहंदी रजा ने किया।