धर्म-कर्म
श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम् मैंनेजिंग सोसाइटी के संयोजन में तीन दिवसीय महारुद्र यज्ञ : दूसरा दिन
वाराणसी।वैश्विक महामारी के इस काल में विश्व कल्याण की कामना के साथ श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम् मैंनेजिंग सोसाइटी के संयोजन में तीन दिवसीय महारुद्र यज्ञ सिगरा स्थित शिक्रा अन्ना मलईयार नंदवनम् परिसर में किया जा रहा है। जिसके दूसरे दिन पिल्लयार पट्टी, तमिलनाडु स्थित परपग विनायक मंदिर के मुख्य पुजारी शिवाचार्य शिवश्री डॉ पिच्चई कूड़कर के आचार्यत्व में दक्षिण भारत से आये 108 वैदिकों के द्वारा श्री सूक्त के मंत्रों की आहुति दी गई।
सूच्य हो कि मिट्टी से बने यज्ञशाला में 108 वैदिकों के द्वारा श्री सूक्त के मंत्रों के एक लाख आठ आहुतियो की दी जा रही है। जिसकी शुभारम्भ शुक्रवार को हुआ। यह तीन दिवसीय यज्ञ प्रतिदिन दो सत्रों में यज्ञ संपन्न हो रहा है। इससे पूर्व मंडप परिसर में 1008 कलशो में गंगा, यमुना, नर्मदा, गोदावरी सहित कई नदियों का जल लाकर रखा गया हैं। आगामी 24 जुलाई को यज्ञ संपन्न होने के बाद दोपहर 3 बजे कलश यात्रा निकलेगी। यात्रा के बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने के बाद कलश के पवित्र एवं अभिमंत्रित जल से बाबा श्री काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा। साथ ही चांदी से तैयार रजत पलंग श्री बाबा काशी विश्वनाथ को शयन के लिए अर्पित की जाएगी। जिसे श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम् मैंनेजिंग सोसाइटी के सदस्य एएन सुब्बैह द्वारा प्रदान किया गया। इससे पहले भी सोसायटी द्वारा श्री बाबा काशी विश्वनाथ को शयन के लिए पलंग अर्पित किया गया था, जो अब पुराना हो चुका है।
इस दौरान दक्षिण भारत के विभिन्न शहरों से आए श्री काशी नाटकोट्टई नगर क्षतरम मैंनेजिंग सोसाइटी के सदस्य भी मौजूद रहे।