गाजीपुर
शिक्षक ने बचाई बाज की जान

दुल्लहपुर (गाजीपुर)। क्षेत्र के डंडापुर (ओड़राई) गांव निवासी पक्षी प्रेमी ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव ने बीती शाम घर की खिड़की में फंसे एक शिकारी पक्षी को पकड़कर गांव से बाहर सघन बागीचे में कुशलतापूर्वक छोड़ दिया। देखने वालों ने पक्षी के प्रति प्रेम भाव देखकर प्रसन्नता और प्रशंसा व्यक्त की है।
मिली जानकारी के अनुसार पं० मदन मोहन मालवीय इ०का० सिखड़ी में पढ़ाने वाले अंग्रेजी के शिक्षक ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव बीती शाम अपने घर के बरामदे में मौजूद थे। अचानक अपनी शिकार की तलाश में घर के बाहर मौजूद बाज पक्षी ने खिड़की पर तैनात एक पक्षी पर झपट्टा मारकर दबोचना चाहा मगर “जाको राखे साइयां मार सके ना कोय” की कहावत चरितार्थ हो गई। कमजोर पक्षी खिड़की के अंदर उड़कर चली गई और बाज पक्षी खिड़की के सलाखों में फंसकर फड़फड़ाने लगा। यह देखकर ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव के हृदय में दया भाव जागृत हो गया और दिलेरी दिखाते हुए अपने हाथों से बाज पक्षी को पकड़कर सलाखों से निकालकर बाहर गांव के सघन बागीचे में कुशलतापूर्वक छोड़ दिया। गौरतलब है कि बाज पक्षी बड़े ताकतवर और मजबूत पकड़ वाले पक्षी होते हैं।