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वृहद भारत फेडरेशन बनाने के लिए मगध फाउंडेशन भारत सरकार को देगी प्रस्ताव : केएन त्रिपाठी
नई दिल्ली। आगामी 21 सितंबर को कंस्टीट्यूशन कलब में मगध फाउंडेशन की प्रस्तावित कोर कमेटी की बैठक के आयोजन के संदर्भ में मीडिया को विस्तृत जानकारी देने के उद्देश्य से प्रेस क्लब नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मगध फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने कहा कि मगध फाउंडेशन 250 ई0 पूर्व मगध साम्राज्य से अलग हुए देशों जो कि भारत के भ्रातृ देश हैं उनके साथ मिलकर एक ग्रेटर इंडिया फेडरेशन (वृहद् भारत संघ) बनाने का प्रस्ताव भारत सरकार को सौंपेंगी। इस लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त करने के लिए प्रत्येक देश की स्वतंत्रता को छीने बिना हमें इन सभी देशों को एक साथ लाकर एक साझा सांस्कृतिक संगठन और एक साझा विदेश नीति बनाने की आवश्यकता है। यह संगठन ग्रेटर इंडिया यूनियन के नजदीक नई दिल्ली में स्थित है। श्री त्रिपाठी ने कहा कि भविष्य में ग्रेटर इंडिया फेडरेशन के लिए एक एकीकृत सैन्य बल बनाने की भी योजना बनाई जाए। ग्रेटर इंडिया फेडरेशन की योजना सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने पर भी केंद्रित है ताकि महासंघ के मित्र देशों जैसे कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार (बर्मा) और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों की मदद की जा सके। यह देश भारत के साथ सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंध साझा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि सीमा सुरक्षा और कल्याण के महत्व को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ग्रेटर इंडिया फेडरेशन के निर्माण की तरफ ध्यान दे।
ज्ञातव्य हो कि मगध फाउंडेशन अपने कार्य को भारत में तेजी से कर कर रही है। देश के सभी राज्यों से आये हुए संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति (N.W.C) के सदस्यों की बैठक 21 सितम्बर 2023 को कॉन्स्टीट्यूशन क्लब नई दिल्ली में होगी। उस बैठक में ग्रेटर इंडिया फेडरेशन निर्माण के लिए और भारत के प्रजातंत्र को मजबूत करने के लिए संवैधानिक संशोधन करने जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी एवं फैसला लिये जाने के पश्चात इस फैसले को मांग के रूप में भारत के माननीय राष्ट्रपति को सुपूर्द किया जाएगा।
प्रेस कॉंफ्रेंस में केंद्रीय समिति के सदस्य राकेश शंकर शेट्टी और एम जितेंद्र की भी उपस्थिति रही। साथ ही मगध फाउंडेशन के महासचिव डॉ. अजय ओझा, केंद्रीय समिति के सदस्य सी एस दुबे, के डी सिंह, देवाशीष दत्ता, डॉ शूलपाणि सिंह, तमिलनाडू स्टेट हेड वेंकटेश रामराज, राजस्थान स्टेट हेड डॉ. वरूण पुरोहित, कार्यकारिणी समिति के सदस्य परमदेव सिंह और मुमताज अंसारी भी मौजूद रहे।