वाराणसी
विश्वनाथ धाम मंदिर में 10 दिवसीय श्री राम कथा 15 फरवरी से
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर स्थित विश्वनाथ धाम मंदिर में पूर्व की भांति इस वर्ष भी 10 दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन 15 फरवरी से 25 फरवरी तक किया जाएगा।
शुक्रवार को विशेश्वरगंज में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री काशी सत्संग मंडल के अध्यक्ष काशीरत्न आचार्य सूर्यालाल मिश्र ने बताया कि, बाबा विश्वनाथ ही सारे संसार के स्वामी हैं और रामचरितमानस के रचनाकार श्रोता और वक्ता हैं। उनका स्थान ज्ञानवापी है, माता पार्वती कथा की प्रथम श्रोता हैं। उन्होंने बताया कि माता पार्वती के प्रश्न के अनुसार पूरी रामायण कथा है और इसका संचालन मंदिर के महंत परिवार और समाज के लोगों के द्वारा किया जाता है।

इसी भावना से बाबा विश्वनाथ दरबार में श्री राम कथा की परंपरा है उसी का हम लोग पालन कर रहे हैं। जब से बाबा विश्वनाथ के कॉरिडोर का निर्माण हुआ है तब से हम लोग कहीं भी कथा पाठ करते थे। संपूर्ण निर्माण में सहयोग देते थे और समस्त गतिरोध सहन करते थे। गतिरोध भी औरंगजेब के पाते की तरह होता था, फिर भी कथा परिसर के आसपास ही होती रही। निर्माण एवं लोकार्पण के बाद श्री राम और श्री राम कथा के प्रति मंदिर प्रशासन द्वारा उदासीनता एवं उपेक्षिता की हदें पार की जा रही हैं।
वर्तमान में मंदिर में एसडीएम शंभू शरण ने स्पष्ट कहा कि, आप राम कथा, परिसर से बाहर नीलकंठ के पास वेद भवन और सरस्वती पाठक क्षेत्र में कथा करें।सूर्यालाल ने आगे कहा कि, यह मानस पाठ यज्ञ है और यज्ञ में हवन श्रृंगार भंडारा एवं गौरी पूजन आदि होता है जो सनातन स्वरूप है।आचार्य सूर्य लाल मिश्रा के अलावा पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुरेंद्र कुमार अग्रवाल, देवेंद्र पाठक, प्रतीक गुप्त, राधेश्याम लोहिया और बनवारी लाल शर्मा भी मौजूद रहे।
