वाराणसी
विश्वकर्मा समाज में खुशी की लहर, सपा अध्यक्ष के प्रयासों को सराहा

वाराणसी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा केंद्र सरकार से लगातार जातिगत जनगणना कराने की मांग और इस मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक मुखर आवाज उठाने को लेकर विश्वकर्मा समाज में हर्ष की लहर है। समाज के लोगों का मानना है कि पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वर्ग की एकजुटता से घबराकर केंद्र सरकार का झुकाव अब इस मुद्दे की ओर हुआ है, जो सामाजिक न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ‘विश्वकर्मा’ ने कहा कि जातिगत जनगणना केवल आंकड़ों का विषय नहीं है, बल्कि यह सामाजिक सच्चाई को सामने लाने और हाशिए पर खड़े वर्गों के अधिकार सुनिश्चित करने का माध्यम है।
उनका कहना है कि आने वाले समय में यह प्रक्रिया पीडीए वर्ग, विशेष रूप से कमजोर और पिछड़े समुदायों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।उन्होंने बताया कि जातिगत जनगणना की मांग सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने उठाई थी और केंद्र सरकार द्वारा इसे मानना सपा और पीडीए की विचारधारा की जीत है।
विश्वकर्मा समाज की लंबे समय से लंबित इस मांग को साकार करने में सपा अध्यक्ष की भूमिका को लेकर आभार व्यक्त किया जा रहा है।विश्वकर्मा समाज का संगठन ‘अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा’ अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष रामआसरे विश्वकर्मा के नेतृत्व में जल्द ही अखिलेश यादव का सार्वजनिक अभिनंदन कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करेगा।