मऊ
विद्युत कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ जताया विरोध

मऊ। शनिवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ.प्र. के आह्वान पर 87वें दिन भी बिजली क्षेत्र के निजीकरण के विरोध में जनपद मऊ में एक शान्तिपूर्ण विरोध सभा आयोजित की गई।
यह सभा सहादतपुरा हाइडिल कालोनी स्थित कार्यालय अधीक्षण अभियन्ता विद्युत वितरण मण्डल मऊ के मुख्य द्वार पर सायंकाल 5.15 बजे हुई।सभा में वक्ताओं ने एक स्वर से पूर्वांचल और दक्षिणांचल बिजली निगम के निजीकरण के फैसले को वापस लेने की मांग की और कहा कि निजीकरण कर्मचारियों के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि निजीकरण का विरोध जारी रहेगा और संघर्ष समिति लोकतांत्रिक तरीके से इसे खत्म करने तक संघर्ष करती रहेगी।विरोध सभा में उपस्थित नेताओं ने कहा कि आगरा और ग्रेटर नोएडा में निजीकरण से पावर कारपोरेशन को हो रहे घाटे की समीक्षा करनी चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि कानपुर में उद्योगों के बंद होने के बावजूद केस्को का प्रदर्शन आगरा की टोरेन्ट पावर कंपनी से बेहतर है। इसलिए, उन्होंने सरकार से निजीकरण पर पुनर्विचार करने की अपील की।
सभा में सूर्यदेव पाण्डेय, रघुनन्दन यादव, पतिराम, ई0 जमुना प्रसाद, ई0 ओ0पी0 कुशवाहा, ई0 धीरेन्द्र यादव, ई0 जी0सी0 गौतम, दया, अमित सहगल, सुशील दूबे, विजय गोंड़, मनेाज गिरि, दिनेश, संदीप यादव, आलोक, मुकेश, रामसमुझ समेत कई प्रमुख नेता शामिल हुए।