Connect with us

वाराणसी

वाराणसी में भवनों पर बारकोड के आधार पर होगा टैक्स भुगतान

Published

on

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में लापरवाही पर नगर निगम सख्त, मेयर ने दी 31 जनवरी तक की अंतिम चेतावनी

वाराणसी में अब जितने भवनों पर बार कोड लगा होगा, नगर निगम कार्यदाई संस्था स्मार्ट सिटी को डोर टू डोर कूड़ा क्लेशन के यूजर चार्ज के हिसाब से भुगतान करेगी। यह व्यवस्था एक फरवरी से लागू होगी। अभी तक कार्यदाई संस्था जो लिस्ट नगर निगम को थमाती थी, नगर निगम उस हिसाब से भुगतान कर देता था। शिकायत मिली कि कूड़ा उठान के बिना ही लंबा चौड़ा बिल बनाया जा रहा है। इसको लेकर शहर के कई पार्षद सदन की बैठक में आपत्ति जता चुके थे। पारदर्शिता लाने के लिए बार कोड की व्यवस्था की गई लेकिन कार्यदाई संस्था लगातार बार कोड लगाने में हीलाहवाली कर रही।

मेयर करेंगे निरीक्षण

महापौर अशोक तिवारी ने नगर निगम में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि 31 जनवरी तक सभी भवनों पर बार कोड लगाना सुनिश्चित करें। एक फरवरी से वह स्वयं निरीक्षण करने निकलेंगे। गौरतलब है कि बिना बार कोड के ही नगर निगम कार्यदाई संस्था को 15वें वित्त आयोग के मद से करोड़ों रुपए भुगतान कर रहा था डोर टू डोर कूड़ा क्लेशन के नाम पर। पार्षदों ने इस मामले में आपत्ति जताई थी।

45 दिन में हो दाखिल खारिज

Advertisement

महापौर ने कहा कि आमजन की सुविधा का ध्यान रखते हुए 45 दिनों के भीतर दाखिल खारिज की प्रक्रिया हर हाल में पूरी कर ली जाए। विवादित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण करें।

जन्म / मृत्यु प्रमाण पत्र में विलंब

जन्म / मृत्यु प्रमाण पत्र के 60 हजार से अधिक आवेदन के लंबित होने का मामला भी उठा जिसपर महापौर ने जिला प्रशासन से इस संदर्भ में वार्ता करने की बात कही गई।

बंदरों को पकड़ने के लिए करें व्यवस्था

समीक्षा बैठक में मेयर ने हाल ही में बंदर के दौड़ाने से बच्चे की हुई की मौत पर शोक जताते हुए कहा कि शहर में बंदरों को पकड़ने के लिए टीम का चयन कर अभियान चलाएं। जहां भी बंदरों की सूचना मिले, उन्हें पकड़ने के लिए टीम को लगाएं।

Advertisement

टैक्स पर भी हुई चर्चा

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि गृहकर के मद में 135 करोड़ के सापेक्ष अभी तक महज 48 करोड़ ही वसूली हो पाई है। जलकल और सीवर टैक्स में भी 100 करोड़ के सापेक्ष सिर्फ 39 करोड़ 21 लाख की वसूली हुई है। नगर आयुक्त ने कहा कि तय समय में वसूली का टारगेट पूरा नहीं हुआ तो संबंधित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। बैठक में नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त, संयुक्त नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता, महाप्रबंधक जलकल समेत अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

Copyright © 2024 Jaidesh News. Created By Hoodaa