वाराणसी
वाराणसी नगर निगम बैठक में पार्षदों ने सुरक्षा और मुकदमों पर जताई नाराज़गी
वाराणसी नगर निगम की सोमवार को टाउनहॉल में हुई सदन की बैठक में भाजपा समेत अन्य दलों के पार्षद एकजुट नजर आए और अपनी सुरक्षा को लेकर महापौर व नगर आयुक्त से सवाल किए। पार्षदों ने कहा कि यदि उन पर मुकदमे होते रहे तो वे प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। हाल ही में पार्षद इंद्रेश के साथ हुई मारपीट और पूर्व में पार्षदों पर हुए मुकदमों को लेकर सभी ने आवाज उठाई।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मुकदमे वापस नहीं लिए गए तो वे अपने क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों की देखरेख नहीं करेंगे।सदन में पार्षदों ने नगर आयुक्त को निर्माण कार्यों के लिए प्रस्ताव लेने और उन्हें जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया। अतिक्रमण, पोखरों की मरम्मत, जलभराव की समस्या, सड़क निर्माण में लापरवाही और विकास कार्यों की गुणवत्ता जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
पार्षदों ने पुराने मुकदमे वापस लेने की मांग की साथ ही नगर निगम से विकास कार्यों को तेज़ी से कराने और जर्जर भवनों का व्यावसायिक उपयोग सुनिश्चित करने की बात कही।नगर निगम द्वारा शहर के मुख्य मार्गों को अतिक्रमण मुक्त करने, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, सीवर लाइन सुधार और अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास मांस-मछली की दुकानों को बंद कराने पर भी चर्चा हुई। पार्षदों ने निगम की भूमि पर व्यावसायिक भवन बनाने का प्रस्ताव रखा ताकि निगम की आय में वृद्धि हो सके।
गौशालाओं में गोबर से लकड़ी बनाने की मशीनें लगाने का सुझाव दिया गया ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ श्मशान घाट और अलाव के लिए लकड़ी का उपयोग हो सके। ठंड के मौसम में शेल्टर होम्स और बेघरों के लिए बेहतर व्यवस्थाओं की समीक्षा पर भी जोर दिया गया। सदन ने सर्वसम्मति से नगर आयुक्त को इन सभी निर्देशों को जल्द लागू करने के लिए कहा।
