वाराणसी
रामनगर की अंगिका कुशवाहा को मिला संत कबीर राज्य हथकरघा का प्रथम पुरस्कार

लखनऊ में उपराष्ट्रपति और मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
वाराणसी जिले के रामनगर की बेटी, मशहूर डिजाइनर अंगिका कुशवाहा ने हथकरघा क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए नगर का गौरव बढ़ाया है। हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग निदेशालय, उत्तर प्रदेश द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए संत कबीर राज्य हथकरघा का प्रथम पुरस्कार अंगिका कुशवाहा को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार अवध शिल्प ग्राम, लखनऊ में शुक्रवार को आयोजित एक भव्य समारोह में उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनकड़ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अंगिका को दिया गया। इस अवसर पर उन्हें एक लाख रुपये का चेक, मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
अंगिका कुशवाहा, जो रामनगर के गोलाघाट स्थित अंगिका हथकरघा विकास उद्योग सहकारी लिमिटेड की डायरेक्टर भी हैं, उन्होंने पिछले वर्ष पाइनएप्पल के धागे से बनी साड़ी पेश कर वस्त्र उद्योग में क्रांति ला दी थी। इस अनोखी साड़ी और हथकरघा उद्योग की सराहना करने के लिए प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अपनी पुत्री के साथ गोलाघाट पहुंची थीं।

इस पुरस्कार समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री बृजेश पाठक, दिनेश शर्मा, जयबीर सिंह, राकेश सचान और अन्य प्रमुख अधिकारी एवं मंत्री उपस्थित रहे।
संत कबीर राज्य हथकरघा योजना के तहत राज्यस्तरीय चयन समिति ने बुनकरों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के तहत पुरस्कारों से नवाजा। रामनगर की अंगिका कुशवाहा के अलावा चोलापुर के शमीम अख्तर और कुतुबद्दीन अंसारी का नाम भी क्षेत्रीय स्तर पर चयनित किया गया था। पुरस्कार के तहत प्रथम पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 50 हजार रुपये और तृतीय पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपये की राशि दी गई।
अंगिका के पिता, अमरेश कुशवाहा, उत्तर प्रदेश हथकरघा बोर्ड के चेयरमैन हैं और उनकी कड़ी मेहनत और प्रेरणा से अंगिका ने यह उपलब्धि हासिल की है।