वाराणसी
राजनीतिक दलों की मांग – छह महीने बढ़ाई जाए एसआईआर प्रक्रिया की अवधि
वाराणसी। मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) की तिथि बढ़ाने को लेकर शुक्रवार को वाराणसी में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर एसआईआर अवधि को कम से कम छह माह आगे बढ़ाने की मांग रखी।
नेताओं का कहना है कि इस समय किसानों के लिए धान कटाई और गेहूं बुवाई का सबसे व्यस्त दौर है। साथ ही बेमौसम बारिश और बाढ़ से ग्रामीण क्षेत्रों में फसलें भारी नुकसान से गुजरी हैं। शादी-विवाह का मौसम भी चल रहा है, जिससे ग्रामीण जनता तक पुनरीक्षण कार्य से जुड़ी सूचनाएं पहुंचाने में कठिनाई हो रही है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि राजनीतिक दलों को 2003 की मतदाता सूची उपलब्ध नहीं कराई गई है, जिसके कारण कार्यकर्ता मतदाताओं को फॉर्म भरने में समुचित सहायता नहीं दे पा रहे। कई दूरदराज़ के इलाकों में इंटरनेट सुविधा भी नहीं है, जिससे ऑनलाइन सूची देखना संभव नहीं हो पाता।
कहा गया कि कुछ बीएलओ के पास भी सूची उपलब्ध नहीं है, और जहां है भी, वहां कार्य के दबाव में उसका सही उपयोग नहीं हो पा रहा। दबाव और तनाव के कारण बीएलओ द्वारा आत्महत्या की खबरों पर भी चिंता जताई गई।
प्रतिनिधियों के अनुसार, स्पष्ट जानकारी के अभाव और समय की कमी के कारण गणना प्रपत्र भरते समय बार-बार त्रुटियां सामने आ रही हैं। कई ऐसे मतदाता भी हैं जिनका नाम 2025 की सूची में है, लेकिन एसआईआर फॉर्म में नहीं मिल रहा।
नेताओं का कहना है कि इस समय उपलब्ध संसाधनों और परिस्थितियों में 4 दिसंबर तक गहन पुनरीक्षण पूरा कर पाना संभव नहीं लग रहा। प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 में प्रस्तावित हैं, इसलिए इतनी जल्दबाज़ी में प्रक्रिया खत्म करने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में हर नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि किसी भी पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची से न छूटे, इसलिए पर्याप्त समय देकर प्रक्रिया पूरी की जाए और 2003 की मतदाता सूची सभी मान्यता प्राप्त दलों को उपलब्ध कराई जाए।
