राज्य-राजधानी
यूपी के कई जिलों में आज आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट

23 से 26 मई तक मौसम रहेगा बदला-बदला, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की भी चेतावनी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार को तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने राज्य के 44 जिलों में अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, आज पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। इसके साथ ही बिजली गिरने की संभावना भी बनी हुई है। इस दौरान तेज धूलभरी हवाएं 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं।
बारिश से मिलेगी गर्मी से राहत
मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 5 से 6 दिनों तक प्रदेश में इसी तरह का मौसम बना रहेगा। खासतौर पर 23 मई से 26 मई के बीच अधिकतर जिलों में अच्छी बारिश की उम्मीद है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट आएगी और भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।
इन जिलों में जारी किया गया अलर्ट
सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, इटावा, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर सहित प्रदेश के 44 जिलों में बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
वहीं, लखीमपुर खीरी, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में तेज बारिश के साथ धूलभरी आंधी की संभावना ज्यादा जताई गई है।
बुंदेलखंड में अब भी बरकरार है भीषण गर्मी
हालांकि, कुछ क्षेत्रों में बारिश के बावजूद गर्मी से राहत की उम्मीद फिलहाल नजर नहीं आ रही है। बीते 24 घंटों में बांदा सबसे गर्म रहा, जहां पारा 46.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। झांसी, उरई, हमीरपुर और प्रयागराज में भी तापमान 45 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
पछुआ हवाओं से बढ़ी परेशानी
आगरा, इटावा और कानपुर जैसे शहरों में पछुआ हवाओं के प्रभाव के कारण गर्मी का असर और ज्यादा महसूस किया जा रहा है। इन इलाकों में लू और गर्म हवाओं से जनजीवन प्रभावित है।
मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने, बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर रहने और तेज हवाओं में सतर्कता बरतने की अपील की है। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल और पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर रखें।
प्रदेश में मौसम के इस बदलाव से जहां एक ओर राहत की उम्मीद जगी है, वहीं आंधी और बारिश से उत्पन्न खतरों को देखते हुए सतर्कता बेहद जरूरी हो गई है।