गाजीपुर
मिनटों में खाली हो सकता है बैंक अकाउंट

गाजीपुर। गाजीपुर पुलिस ने आम नागरिकों को एक नए साइबर फ्रॉड कॉल मर्ज स्कैम से सतर्क रहने की चेतावनी दी है। इस स्कैम को कॉन्फ्रेंस कॉल स्कैम भी कहा जा रहा है, जिसमें अपराधी पहले पीड़ित को फ्रेंडली कॉल के जरिए अपने जाल में फंसाते हैं। वे किसी परिचित व्यक्ति का नाम लेकर बात शुरू करते हैं और फिर किसी बिजनेस ऑफर या स्कीम की जानकारी देते हैं। इसके तुरंत बाद एक और कॉल आती है, जिसे मर्ज करने के लिए कहा जाता है। जैसे ही कॉल मर्ज होती है, स्कैमर खुद को बैंक प्रतिनिधि या सरकारी अधिकारी बताकर OTP या बैंकिंग डिटेल हासिल कर लेते हैं।
यह स्कैम इतना शातिर है कि पीड़ित को समझने का मौका तक नहीं मिलता और उसके बैंक खाते से मिनटों में पैसे उड़ जाते हैं। कॉल का इंटरफेस पूरी तरह असली जैसा लगता है, जिससे लोग झांसे में आ जाते हैं। बैंक से पैसे निकलने के बाद ही उन्हें धोखाधड़ी का एहसास होता है।
गाजीपुर पुलिस ने बताया कि इससे बचने का सबसे बड़ा तरीका है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से आई कॉल को मर्ज न करें, खासकर जब वह बैंक या सरकारी संस्था का दावा कर रहा हो। कोई भी कॉलर परिचित का नाम लेकर बात करे तो पहले उसे निजी रूप से सत्यापित करें। OTP, UPI पिन और बैंक डिटेल कभी भी फोन पर साझा न करें। किसी भी संदिग्ध कॉल की तुरंत रिपोर्ट पुलिस, बैंक या साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर करें या www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करें।
पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस नए प्रकार की साइबर ठगी से सतर्क रहें और अपने परिजनों व दोस्तों को भी जागरूक करें, ताकि कोई भी इस धोखाधड़ी का शिकार न हो सके।